बरेली । उत्तर प्रदेश एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) और बरेली पुलिस ने अफीम तस्करी के एक बड़े नेटवर्क को उजागर करते हुए एक बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में एसटीएफ के एडिशनल एसपी ने खुद हिस्सा लिया और उत्तराखंड के रहने वाले अफीम तस्कर गिरोह के सरगना आजाद अहमद सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए तस्करों के पास से साढ़े 6 किलो अफीम बरामद की गई, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 65 लाख रुपए है। गिरोह का तरीका: यह गिरोह ट्रांसपोर्ट के बिजनेस के आड़ में अफीम तस्करी करता था। गिरोह का सरगना आजाद अहमद उत्तराखंड के हरिद्वार का रहने वाला है। वह झारखंड के चतरा जिले के अनिल दांगी और उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के प्रेमपाल, अनिल और रामेंद्र पाल के साथ मिलकर यह अवैध कारोबार चलाता था। गिरोह ट्रक के जरिए व्यापारियों का सामान झारखंड ले जाता था और वापसी में सामान के साथ-साथ सस्ते दामों पर खरीदी गई अफीम की बड़ी खेप लेकर आता था। इस अफीम को उत्तराखंड और पंजाब में महंगे दामों पर बेचा जाता था। गिरोह का मुख्य निशाना उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों और पंजाब के युवाओं को बनाया जाता था। पुलिस की जांच में बताया बरेली पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, उत्तराखंड के बड़ी संख्या में पहाड़ी लोग इस अवैध कारोबार में शामिल हैं। वे झारखंड से सस्ते दामों पर अफीम खरीदकर उत्तर प्रदेश के रास्ते पहाड़ी इलाकों में ले जाते हैं। बरेली पुलिस ने अब तक लगभग पांच दर्जन उत्तराखंडी अफीम तस्करों को गिरफ्तार किया है और उन्हें जेल भेजा है। फिलहाल, एसटीएफ और बरेली पुलिस गिरफ्तार किए गए पांच तस्करों से पूछताछ कर रही है ताकि उनके नेटवर्क का पता लगाया जा सके। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि यह नेटवर्क उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पंजाब के अलावा अन्य किन राज्यों में फैला हुआ है।