बरेली। होली और रमज़ान और उसी दिन जुमा के साथ होने से गम्भीरता को देखते हुए आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने प्रेस को जारी करते हुए बयान मे कहा कि रमज़ान शरीफ़ का महीना सब्र करने की हिदायत देता है। कुरान कहता है कि खुदा सब्र करने वालो के साथ है। और पैगम्बर इस्लाम ने हदीस मे फ़रमाया अच्छा मुसलमान वो है जिसके हाथ से, पैर से, जुबान से किसी इंसान को कोई तकलीफ़ न पहुंचे। मौलाना ने कहा कि रमज़ान शरीफ़ के मुक़द्दस महीने को सब्र के साथ गुजारे और साथ ही मौलाना ने पूरे प्रदेश की मस्जिदों के इमामों और मुतावल्लीयो से अपील करते हुए कहा कि होली के दिन जुमा पढ़ रहा है, जुमे की नमाजे विभिन्न मस्जिदों में अलग अलग समय पर होती है, वो इलाके जहां पर मिली जुली आबादी है उन इलाकों की मस्जिदों में जुमे की नमाज़ का समय 2:30 बजे रख लें, और वो इलाके जो मुस्लिम बहुल है वहां मस्जिदों का समय बदलने की जरूरत नहीं। हर शहर के उलमा औल इमाम हज़रात इन बातों पर खासतौर पर ध्यान दें। मौलाना ने आम मुसलमानो और हिन्दूओं से अपील करते हुए कहा कि होली वाले दिन मुसलमान सिर्फ 3-4 घंटा रोड़ो और गलीयो पर न निकले, और अगर कही जरूरी काम से जाना भी है तो उसमें बहुत एहतियात बरतें। अगर कोई बच्चा या न समझ व्यक्ति रंग डाल देता है तो उससे उलझनें की जरूरत नहीं है, घर जाये पानी से धोह डाले, इस तरह के रंगों के पानी से कपड़ा नापाक नही होता है । हिंदू भाइयों से भी मौलाना ने अपील करते हुए कहा कि कोई भी रोजा दार मुसलमान या हिजाब पहनी हुई महिला पर रंग न डाले, अपने बच्चों को भी इसी तरह समझायें, रमज़ान शरीफ़ का सम्मान करें। मौलाना ने आगे कहा कि आला हजरत ने अपनी किताब में लिखा है कि कानून को किसी भी सूरत में अपने हाथ मे न ले। हां अगर कोई बात हो जाती है तो फौरन उसकी शिकायत अधिकारियों से करें या अपने बड़ों को जानकारी दें, खुद कानून को हाथ में लेकर निर्णय लेने की कोशिश न करें। मौलाना ने सभी देशवासियों से गुजारिश करते हुए कहा कि दोनों सम्प्रदाय के लोग एक दुसरे के त्योहारो का सम्मान करें, वहर सूरत अमन व शांति बनाए रखें, जो शरारती तत्व हिंदू मुस्लिम भाईचारे को बिगाड़ना चाहते है उनसे होशियार रहें।