उझानी। रुपयों के लेनदेन के झगड़े में पेट्रोल डालकर जलाए गए युवक की इलाज के दौरान आगरा के निजी अस्पताल में आज मौत हो गई। वारदात 23 जनवरी को हुई थी। जबकि इसके बाद पुलिस इस मामले में एक आरोपी को जेल भेज चुकी है। अब परिजनों का कहना है कि आरोपी के साथ दो लोग और भी थे। फिलहाल पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजा है। वारदात उझानी कोतवाली इलाके के गांव ननाखेड़ा में हुई थी। यहां रहने वाले राजवीर का बेटा शिवा (16) घर के बाहरी हिस्से में किराना की दुकान चलाता था। उस वक्त दर्ज हुए मुकदमे के मुताबिक कादरचौक थाना क्षेत्र के गांव भूड़ा भदरौल का रहने वाला वीरपाल 23 जनवरी की शाम उसकी दुकान पर पहुंचा था। यहां उसने शिवा से पेट्रोल मांगा था। इधर, शिवा ने पुराने रुपये मांगे तो इसी बात पर दोनों के बीच विवाद हो गया। मुकदमे के मुताबिक वीरपाल ने वहां रखा पेट्रोल शिवा पर डाला और माचिस से आग लगा दी। इस हमले में शिवा गंभीर रूप से झुलसा था। परिवार वाले उसे सीएचसी लेकर पहुंचे लेकिन वहां से हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। बताया जाता है कि शिवा तकरीबन 40 परसेंट जला था। परिजन उसे आगरा के निजी अस्पताल ले गए थे। तब से उसका वहां इलाज चल रहा था। इधर, घटना के तीसरे दिन यानी 25 जनवरी को पुलिस ने आरोपी वीरपाल को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ जानलेवा हमले का केस दर्ज था। ऐसे में उन्हीं धाराओं में आरोपी को जेल भेजा गया था। परिजन बोलेः तीन थे हमलावर इधर, शुक्रवार शाम परिवार वाले आगरा से शव लेकर कोतवाली उझानी पहुंचे। यहां से पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिया। पोस्टमार्टम हाउस पर पिता राजवीर ने बताया कि वीरपाल के साथ श्याम और रोशन नाम के युवक भी थे। तीनों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। उझानी से अभिनव सक्सेना की रिपोर्ट