बरेली के साहित्यकार राममूर्ति गौतम गगन की स्मृति में कवि सम्मेलन

बरेली।राष्ट्रीय कवि संगम ब्रज प्रांत बरेली व साहित्य सुरभि बरेली के संयुक्त तत्वाधान में गीतकार राममूर्ति गौतम गगन की स्मृति में खुशलोक सभागार बरेली में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ विनोद पागरानी,साहित्यकार जितेंद्र कमल आनंद,संयोजक विश्वजीत निर्भय,कमलकांत श्रीवास्तव, रोहित राकेश व राम कुमार कोहली के करकमलो द्वारा दिल्ली से पधारे मोहन मुन्तजिर,पंतनगर के डॉ के पी सिंह,हाथरस की गीत “गीत” ग्वालियर की कवियत्री डॉ मनीष गिरी,दिल्ली की कवियत्री नमिता नमन, सीतापुर की कवयित्री हेमा पांडेय,बरेली के गीतकार सुरेश ठाकुर को “गगन साहित्य सम्मान” से सम्मानित किया गया। कवि सम्मेलन में कार्यक्रम अध्यक्ष जितेंद्र कुमार आनंद की पुस्तक का लोकार्पण भी किया गया। कवि सम्मेलन में पंत नगर से पधारे कवि डॉ के पी सिंह ने दिवंगत साहित्यकार गगन को याद करते हुए कहा देखते -देखते शम्स ढल जाएगा। हाथ से वक्त यूँ ही निकल जाएगा। छाेड़के यह जहां सबकाे जाना ही है, आज काेई गया काेई कल जाएगा। कमलकांत श्रीवास्तव ने कहा औरों के लिए जीलों जग में, बस नाम यहां रह जाता है ।
कदमों के निशा छोड़ो अपने,
बस शेष यही रह जाता है।
कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए प्रख्यात कवि रोहित राकेश ने कुछ यूं कहा
साहित्य सुरभि की धड़कन थे गगन,
गीतों की गंगा का समर्थन थे गगन।
दिल्ली से पधारी कवियत्री नमिता नमन ने कहा
जो हमने साथ खाई थीं कसम वो तोड़ क्यों बैठे,
विरहा की आग में जलता हुआ तन छोड़ क्यों बैठे।
हाथरस से पधारी कवयित्री गीता सिंह “गीत” ने कहा
दिल कभी तुम किसी का दुखाना नहीं।
छोड़ अपनों को तुम दूर जाना नहीं।
विश्वजीत निर्भय ने कहा कहाँ ले जायगी आखिर हमें तकदीर देखेंगे,
कसेगी कब तलक पावों को ये जंजीर देखेंगे।
कि आंखों से भले ही अक्स तेरा दूर हो जाये,
हम आंखे बंद करके भी तिरी तस्वीर देखेंगे।।
मोहन मुंतजिर ने कहा
मसरूफियत से खुद को अकेला निकालकर,
आजा कभी तो वक्त ज़रा सा निकालकर।
ग्वालियर से पधारी कवियत्री डॉ मनीषा गिरी ने कहा
मिरे प्रियतम मिरे जीवन को तुम ऐसे सजा देना ,
कि जैसे बांसुरी पर मोर पंखों सा लगा देना ।
सीतापुर से पधारी कवियत्री हेमा पाण्डेय ने कहा
दिल पे मेरे कोई वार सा हो गया ।
तेरा मिलना भी उपहार सा हो गया ।।
कार्यक्रम में राम कुमार कोहली,कमलकांत तिवारी,राजबाला धैर्य,अरविंद अग्रवाल,नंदा अग्रवाल,एडवोकेट ध्रुव यादव आदि उपस्थित रहे।