स्वामी शुकदेवानंद महाविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का हुआ समापन

शाहजहाँपुर। स्वामी शुकदेवानंद महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग में चल रहे “भारतीय शिक्षा का व्यवसायीकरण: समस्याएं और संभावनाएं” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आज समापन हो गया। समापन सत्र प्रारम्भ स्वामी शुकदेवानंद जी के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि से हुआ
मुख्य अतिथि बरेली कॉलेज बरेली से वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.भूपेंद्र सिंह ने कहा कि भारत में विदेशी विश्वविद्यालयों और अंतरराष्ट्रीय पाठ्यक्रमों की उपलब्धता से भारतीय छात्र वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हो रहे हैं। इससे भारत एक वैश्विक शिक्षा हब बनने की ओर अग्रसर हो सकता है।
महाविद्यालय प्रबंधन समिति के सचिव डा. ए के मिश्रा ने कहा कि भारत में निजीकरण के बाद निजी संस्थानों और विदेशी विश्वविद्यालयों की भागीदारी से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। ये संस्थान अत्याधुनिक पाठ्यक्रम, अनुभवी फैकल्टी और आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं, जिससे छात्रों को वैश्विक स्तर की शिक्षा के उपरांत रोजगार दिलाने में सहायक है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए राष्ट्रीय सेमिनार के आयोजक प्रो. अनुराग ने कहा कि शिक्षा के व्यावसायीकरण ने भारत में नई संभावनाएं खोली हैं, लेकिन इसके साथ कई चुनौतियां भी हैं। यदि इसे संतुलित और नैतिक रूप से नियंत्रित किया जाए, तो यह देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। सरकार को एक समावेशी शिक्षा नीति निर्माण का कार्य भी कर रही है। जिससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सभी वर्गों के लिए सुलभ होकर और भारत वैश्विक शिक्षा केंद्र के रूप में उभर रही है। इसके बाद सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र विजेताओं को अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया प्रथम तकनीकी सत्र में विद्यार्थी वर्ग से बी. कॉम फाइनेंस के नैमिष तिवारी प्रथम, नेहा सिंह द्वितीय, मुमुक्षु ओमर तृतीय स्थान पर रहे, ऑनलाइन तकनीकी सत्र में शिक्षक वर्ग से आशी गुप्ता प्रथम, सत्यम पाण्डेय द्वितीय मिनाक्षी मृत्युनजय तृतीय स्थान पर रहे। जबकि सांत्वना पुरुस्कार मुकेश कुमार को दिया गया। राष्ट्रगान के बाद सभी के प्रति आभार डा. देवेंद्र सिंह ने दिया।
कार्यक्रम में डा. गौरव सक्सेना, डा. संतोष प्रताप सिंह, डा. सचिन खन्ना, बृज लाली, अपर्णा त्रिपाठी, डा. रूपक श्रीवास्तव, डा. अखंड प्रताप सिंह, शिक्षक व समेत बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
प्रथम तकनीकी सत्र में 70 विद्यार्थियों ने शोध पत्र प्रस्तुत किये सत्र में चेयरपर्सन डॉ. भूपेन्द्र सिंह प्रोफेसर, बरेली कॉलेज, बरेली रिसोर्स पर्सन डॉ. दयाराम,मुख्य अतिथि के रूप में चीफ डॉ. अनूप अग्रवाल, गेस्ट ऑफ ऑनर डॉ. ओमकार रहे। ऑनलाइन तकनीकी सत्र में 50 शोध पत्र पढ़े गए जिसमे लखनऊ, अयोध्या,बरेली मुरादाबाद,अमरोहा, केरल आदि से छात्र -छात्राओं, शोधार्थी, व शिक्षकों ने शोध पत्र प्रस्तुत किए। ऑनलाइन तकनीकी सत्र में वर्धमान कॉलेज बिजनौर के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. राजीव कुमार अग्रवाल चेयरपर्सन व डा. विजय तिवारी जूरी मेंबर रहे।