प्रवेश के प्राइवेट परीक्षा फॉर्म बंद करने के विरोध में समाजवादी छात्र सभा ने विश्वविद्यालय में दिया ज्ञापन
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बरेली। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय द्वारा प्रथम वर्ष के नये प्रवेश के प्राइवेट परीक्षा फॉर्म बंद करने के विरोध में समाजवादी छात्र सभा के प्रतिनिधिमण्डल ने कुलसचिव की अनुपस्थिति में कुलसचिव को को सम्बोधित ज्ञापन चीफ प्रॉक्टर को सौंपा, 7 दिन का अल्टीमेटम देकर उनकी मांगों पर विचार न करने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी।
समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष अविनाश मिश्रा ने कहा कि लाखों छात्र छात्राएँ प्राइवेट परीक्षा फॉर्म भरकर अपनी पढ़ाई जारी रख पाते थे, लेकिन फॉर्म बंद होने के कारण उन छात्र छात्राओं का बड़ा नुकसान हुआ है, जो आर्थिक स्तिथि कमजोर होने, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी या नौकरी के कारण शहर से दूर होने या अन्य कारणों से कॉलेज नहीं आ पाते थे। लेकिन विश्वविद्यालय ने बिना किसी पूर्व जानकारी के प्राइवेट परीक्षा फॉर्म बंद कर दिए, जो कि बेहद निराशाजनक है। विश्वविद्यालय लगातार अपनी मनमानी पर उतारू है, अल्टीमेटम दे दिया है, मांगे पूरी न होने पर बड़ा आंदोलन करेंगे। ज्ञापन में कहा गया कि पिछले कई वर्षों से लगभग 2 से 2.5 लाख विद्यार्थी हर साल स्नातक और परास्नातक व्यक्तिगत परीक्षा फॉर्म भरकर पाठ्यक्रमों को पूरा करते थे। इससे सबसे अधिक लाभ उन विद्यार्थियों को मिलता रहा है, जो या तो बाहर रहकर नौकरी से अपना जीवन यापन कर रहे हैं, अथवा गृहणी हैं, अथवा आर्थिक स्थिति ठीक न होने या अन्य किसी कारण से कॉलेज आकर नियमित पाठ्यक्रम से पढ़ाई नहीं कर सकते, ऐसे विद्यार्थियों के लिए व्यक्तिगत परीक्षा फॉर्म बंद होना एक बड़ा नुकसान है। इससे लाखों की संख्या में उन विद्यार्थियों का नुकसान हुआ है, जो प्राइवेट परीक्षा के माध्यम से अपनी पढ़ाई जारी रखते थे। लेकिन विश्वविद्यालय द्वारा व्यक्तिगत परीक्षा फॉर्म बंद होना निराशा का विषय है। अतः ऐसे छात्र छात्राओं के हित को ध्यान में रखते हुए समाजवादी छात्र सभा निवेदन करती है कि व्यक्तिगत परीक्षा फॉर्म पुनः प्रारम्भ किए जाएँ, जिससे लाखों विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में जाने से बचे, अन्यथा समाजवादी छात्र सभा विशाल आंदोलन करने को बाध्य होगी। समाजवादी छात्र सभा के महानगर अध्यक्ष विक्रांत पाल ने कहा कि विश्वविद्यालय को छात्रहितों का ध्यान रखते हुए पुनः प्राइवेट परीक्षा फॉर्म प्रारम्भ करने चाहिए। समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश सचिव संजय मेवाती ने कहा कि विश्वविद्यालय में कमियों की भरमार है, नई शिक्षा नीति के नाम पर लगातार छात्र छात्राओं के साथ अन्याय हो रहा है।
समाजवादी छात्र सभा के जिला उपाध्यक्ष आसिफ मेवाती ने कहा कि विश्वविद्यालय लगातार गरीब तबके से आने वाले नौजवानों का नियमों के नाम पर शोषण कर रहा है, और उनके भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। इस दौरान प्रतिनिधिमण्डल में महानगर महासचिव अमन यादव, अर्पित उपाध्याय, अभिषेक राय, अनिकेत यादव, मुवाशशिर मलिक, सुमित यादव, नदीम, जुनैद, तहसीन, कमल मिश्रा, शशांक पाठक, दुर्विजय प्रताप सिंह, अभय मौर्य, विमल गुप्ता, दीपक अग्निहोत्री, वशिष्ठ चौबे, सौरभ गुर्जर, समीर वर्मा, आकाश यादव आदि उपस्थित रहे।