कांग्रेस ने नई दिल्ली स्टेशन पर भगदड़ में मृतकों को मोमबत्ती जला कर श्रद्धांजलि अर्पित की

बदायूँ।।नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में हुईं लोगों की मौत पर परशुराम चौक स्थित कांग्रेस कार्यालय पर मोमबत्ती जला दो मिनट का मौन ग्रहण कर श्रद्धांजलि अर्पित की इस दुःखद घटना पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष ओमकार सिंह ने कहा कि ‘रेलवे प्रशासन की निष्क्रियता की वजह से यह घटना हुई है, उन्होंने पूछा कि इन मरने वालों की क्या गलती थी? यह हादसा नहीं नरसंहार है’ ओमकार सिंह ने कहा कि रेल मंत्री ने इस्तीफा देने की बजाय बेशर्मी से कहा कि सब कुछ ठीक है, श्रद्धालुओं के इस नरसंहार का जिम्मेदार कौन है? रेलवे की निष्क्रियता के कारण अब तक 18 लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कल रात जो हुआ, वो हादसा नहीं ‘नरसंहार’ है। वहां का मंजर देखकर दिल दहल गया। इस अवसर पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद असरार अहमद ने कहा, “रेलवे की नाकामी के बाद जो हुआ, वो और शर्मनाक है। रेल मंत्री इस्तीफा देने के बजाए पूरी तरह से बेशर्मी पर उतर आए और पूरे महकमे को लीपा-पोती पर लगा दिया और अभी भी बेशर्मी पर आमादा हैं। इतना बड़ा हादसा हो जाने के बाद भी नैरेटिव बनाया गया कि सब कुछ कंट्रोल में है। जब लोग भगदड़ में मर रहे थे तो रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मौत के आंकड़ें छिपाने में जुटे हुए थे। जिला कांग्रेस महासचिव इख्लाश हुसैन ने कहा कि हादसे के चश्मदीदों की बातें सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। कुली भाइयों ने शवों को लाद-लादकर बाहर निकाला। वहां, पुलिस प्रशासन और एंबुलेंस की व्यवस्था तक नहीं थी। अस्पताल में लाशों का अंबार लगा हुआ था। लोगों के चेहरे पर अपनों को खोने के दुख के साथ ही वो दहशत दिखी, जिसका सामना उन लोगों ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर किया। श्रद्धालुओं के इस नरसंहार का जिम्मेदार कौन है? इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस सेवादल सहसचिव बाबू चौधरी, प्रदेश कांग्रेस सेवादल यंग बिग्रेड सचिव फरहान हुसैन, सेवादल कांग्रेस शहर अध्यक्ष एराज चौधरी ने कहा कि ऐसी घटना पर संवेदना व्यक्त करने और माफी मांगने के बजाए रेल मंत्री और सरकार मौत के आंकड़े छिपाने में लग गई- जो कि और वीभत्स है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मौत के आंकड़े छिपाने में जुटे हुए थे, रेल मंत्री की ये बेशर्मी नई नहीं है, यही काम वे बार-बार करते रहे हैं। कोई भी ट्रेन हादसा हो, तो ये उसे ‘छोटी घटना’ बताते हैं। सराफत, राजू, सर्वेश, श्याम सिंह, हसन, शफी अहमद आदि कांग्रेसजन मौजूद रहे