आरएसी 25 फरवरी को कराएगी ख़ुशनसीब बेटियों का निकाह

बरेली। ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी और आसएसी ट्रस्ट 25 फ़रवरी को ख़ुशनसीब बेटियों का इज्तिमाई निकाह कराएगी। नबीरा-ए-आला हज़रत व आरएसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हज़रत अदनान रज़ा क़ादरी ने आज इस प्रोग्राम की तैयारी के सिलसिले में बड़ी बैठक करके उलामा, पदाधिकारियों और वॉलन्टीयर्स को ज़िम्मेदारियाँ सौंपीं। इज्तिमाई निकाह का प्रोग्राम पीलीभीत बाईपास स्थित फ़ाहम लॉन में होगा। इज्तिमाई निकाह का प्रोग्राम सुबह 11 बजे फ़ाहम लॉन में शुरू हो जाएगा। लगभग 12 बजे नबीरा-ए-आला हज़रत निकाह पढ़ाएंगे। सभी जोड़ों के घरानों से भी मेहमान बुलाए गए हैं। आरएसी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मेज़बान की भूमिका में होंगे। निकाह के बाद खाना होगा और फिर बेटियों को घर की ज़रूरत का सारा सामान तोहफ़े में देकर रुख़सत किया जाएगा। तैयारी बैठक में नबीरा-ए-आला हज़रत ने कहा कि इस्लाम में निकाह को आसान बनाया गया है। सही वक़्त पर निकाह बहुत सारे गुनाहों से बचाता है। आज हमारे मआशरे में बहुत सारे लोग तंगदस्ती का शिकार हैं। ग़रीबी और मुफ़लिसी से जूझ रहे हैं और इसी वजह से बहुत सारे घरों में नौजवान लड़के-लड़कियों के निकाह नहीं हो पाते। इसका एक नतीजा यह है कि हमारी बेटियाँ साज़िश का शिकार हो रही हैं। इन्हीं तमाम बातों को नज़र में रखते हुए यह फ़ैसला किया गया कि इज्तिमाई निकाह का इंतज़ाम किया जाए। नबीरा-ए-आला हज़रत ने कहा कि इस्लाम में फ़िज़ूलख़र्च जायज़ नहीं है। अल्लाह ने जिन्हें मालो-दौलत से नवाज़ा है, उन्हें यह समझना चाहिए कि ज़रूरतमंद घरों की बेटियों के निकाह का इंतज़ाम भी क़ौमो-मिल्लत की बड़ी ख़िदमत है। अपनी शादियों में फ़िज़ूलख़र्च रोक कर बचे हुए पैसे से ज़रूरतमंद घरों के लड़के-लड़कियों का निकाह कराएंगे तो उनकी दुआएँ हमारे साथ होंगी, अल्लाह की रज़ा हमारे साथ होगी, नबी-ए-करीम की ख़ुशनूदी हासिल होगी। इस बैठक में हन्नान रज़ा,मुफ्ती उमर रज़ा, हाफिज इमरान रज़ा, मुशाहिद रफत,अब्दुल हलीम खान,अब्दुल लतीफ कुरैशी,ताज खान, राजू बाबा, हनीफ अजहरी,मुजफ्फर अली,सईद सिब्तैनी,मोहम्मद जुनैद, अमीक रज़ा,सय्यद मुशर्रफ,रेहान यार खान,मोहम्मद यूसुफ,उवैस खान, फुरकान रज़ा,मुफ्ती मुजीब रज़ा मौलाना कमरुज्जमा,मौलाना सद्दाम रज़ा,मौलाना जुल्फिकार, मौलाना इमरान रज़ा,मौलाना रफी,मौलाना हमदम फैजी,मौलाना सलीम रज़ा,मौलाना नईम अख्तर,मौलाना शाहिद, मौलाना आरिफ रज़ा,मौलाना रफीक, मौलाना अमीर अहमद,मौलाना ताहिर, मौलाना जफर रज़ा,मौलाना नईम अख्तर, मौलाना अब्दुर्रशिद,हाफिज जाहिद,हाफिज आलम बरकाती,कारी शाहिद शरीफ मियां साजिद रज़ा डॉ महफूज़ अली डॉ साजिद मोहम्मद फहीम इस्तेखार अहमद दिलशाद रज़ा फैजान रज़ा शाहनवाज़ रज़ा,इश्तियाक़ हुसैन, राशिद रज़ा,बुन्दन अली अहमद भाई,मौलाना लईक रज़ा, मौलाना आमिर अहमद, मौलाना लियाक़त, मौलाना ताहिर,मौलाना जफर रज़ा मौलाना नईम अख्तर सय्यद नासिर अली,अज़हर रज़ा, इब्ने हसन, इरशाद रज़ा इशाकत अल्वी सलमान रज़ा रिज़वान रज़ा मोहम्मद शानू इशरत अली आसिफ रज़ा रशीद रज़ा,ज़ुबैर रज़ा,मोहम्मद अहमद, अफज़ल रज़ा,रईसउद्दीन,फ़ुन्नू मियां, सय्यद नासिर अली,मुईद रज़ा,सहित बड़ी तादाद आर ए सी पदाधिकारी वा कार्यकर्ता मौजूद रहे।