बदायूँ। पटपरागंज और नरऊ की जनसमस्याओं के लिए उझानी नगर पालिका की भाजपा चेयरमैन जिम्मेदार हैं। सत्ता के रसूख के चलते पटपरागंज में गैर कानूनी तौर पर उझानी नगरपालिका का कूड़ा डाला जा रहा है । नरऊ गाँव के तालाब में भी सत्ता के दबाब में उझानी नाले के पानी पर रोक नहीं लगाई जा रही है। उक्त आरोप आज कांग्रेस प्रदेश सचिव अजीत सिंह यादव ने पटपरागंज में जन सत्याग्रह के दूसरे दिन लगाए।जनसत्याग्रह द्वारा पटपरागंज में उझानी नगर पालिका के कूड़ा डालने पर रोक लगाने , नरऊ गाँव के तालाब में पालिका के नाले का पानी रोकने और नाले के पानी से डूबी हजारों बीघा फसलों का मुआवजा किसानों को दिलाने की आवाज उठाई जा रही है। जनसत्याग्रह स्थल बोलते हुए कांग्रेस प्रदेश सचिव अजीत यादव ने कहा कि सत्ता के दबाब में ग्रामीणों के जीवन से खिलबाड़ हो रहा है। उझानी नगर पालिका के नाले का पानी गैर कानूनी तरीके से नरऊ गाँव के तालाब में डाला जा रहा है। जिसमें पानी बढ़ने से नरऊ समेत मलिकपुर , अचौरा , मीलाल नगला ग्रामों की हजारों बीघा जमीन डूब गई है। फसलें बर्बाद हो गई हैं। सैकड़ों किसान घरों पर ताला डालकर काम की तलाश में घर से पलायन कर चुके हैं। चूंकि उझानी चेयरमैन सत्ताधारी दल भाजपा में हैं इसलिए प्रशासन ग्रामीणों की सुनवाई नहीं कर रहा है। अजीत यादव ने कहा कि उझानी पालिका पटपरागंज गाँव में एमआरएफ सेंटर बनाने का दावा करती है। और खुले में कूड़े के ढेर लगा दिए हैं। एमआरएफ सेंटर में खुले में कूड़ा डालने का कोई प्रावधान नहीं है। पालिका कर्मी कूड़े के ढेर में आग लगा देते हैं। जिससे पर्यावरण को भारी क्षति होती है। कूड़े का कोई निस्तारण नहीं किया जाता है। बदबू आने से पूरे गाँव का जीना दूभर हो गया है। पटपरागंज में कूड़ा केवल सत्ता के दबाब में डाला जा रहा है। भाजपा सरकार का स्वच्छ भारत मिशन धोखा है। कहा कि किसानों का जीवन और जमीन बचाने को आर पार का संघर्ष किया जाएगा। जब तक समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता सत्याग्रह जारी रहेगा। उन्होंने उझानी नाले का पानी नरऊ गाँव के तालाब में जाने से रोकने और पटपरागंज में उझानी पालिका के कूड़ा डालने पर रोक लगाने की मांग की। आज सत्याग्रह के दूसरे दिन नरेंद्र यादव मुनेंद्र यादव , जुगेंद्र यादव ,होशियार यादव , देवेंद्र यादव , अमर पाल यादव, गोपी कृष्ण यादव ,अशोक यादव , राणा यादव , छोटे लाल जाटव , नेकसू जाटव , धनपाल यादव समेत सैकड़ों ग्रामीण शामिल रहे।