प्रधानमंत्री टी बी मुक्त भारत अभियान के तहत लगायी प्रदर्शनी

बदायूँ। विकास क्षेत्र म्याऊं में तहसील स्तरीय सामूहिक विवाह योजना का आयोजन किया गया जिसमें बृज क्षेत्र के अध्यक्ष माननीय दुर्विजय सिंह शाक्य,दातागंज विधायक माननीय राजीव कुमार सिंह,जिला महामंत्री शारदाकांत पाठक एवं चारों ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख, सी डी ओ केशव कुमार , डी डी ओ अजय प्रताप,डी पी आर ओ,एस डी एम दातागंज, चारों ब्लॉक के बी डी ओ, डॉ सर्वेश कुमार एम ओ आई सी की गरिमामयी उपस्थित में संपन्न हुआ । जिसमें 132 जोड़ों की शादी एवं 5 लोगों का निकाह संपन्न हुआ।

प्रधानमंत्री टी बी मुक्त भारत अभियान के तहत क्षय रोग विभाग की प्रदर्शनी लगायी गयी । प्रदर्शनी में क्षय रोग के 100 दिवसीय सघन टी बी रोग खोज अभियान हेतु जनमानस में जागरूकता फैलाने से सम्बंधित बैनर एवं पोस्टर लगाये । भारत से टी बी की बीमारी को ख़तम करने के लिए भी शपथ भी दिलाई गयी । बृजेश कुमार राठौर एस टी एस क्षय रोग के लक्षण, टी बी के संभावित मरीजों की जाँच, उपचार, व बचाव के बारे में विस्तार से बताया गया । डॉ सर्वेश कुमार प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया की माननीय प्रधानमंत्री महोदय का उद्देश्य 2025 तक टी बी मुक्त भारत बनाना है इसी के परिपेक्ष में उत्तर प्रदेश की ऐसी जनसंख्या को छाँटना है जिसमें टी बी की बीमारी फैलने की उम्मीद ज्यादा होती है इसमें 60 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति, पिछले 5 वर्ष के पुराने टी बी के मरीज, पिछले 3 वर्ष के टी बी के मरीजों के संपर्क में रहने वाले सभी व्यक्ति, खांसी, बुखार, कम वजन जिनका बी एम आई 18 से कम हो, सीने में दर्द, थकान, गले एवं बगल में गाँठों, बलगम में खून आने, बच्चों में विकास ना होने, शुगर वाले लोगों, एवं किसी भी गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों की आशा घर घर जाकर स्क्रीनिंग करके उनके बलगम की जाँच एवं एक्स रे कराएगी । सरकार का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों की टी बी की जाँच कराना है जिस से टी बी की बीमारी से ग्रस्त कोई भी व्यक्ति छूट ना जाये । अधिकतर देखा जाता है की जिस घर में टी बी का मरीज होता है उसके संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों को भी टी बी हो जाती है इसके बचाव हेतु एक नयी दवा रिफाम्पटीन एवं आइसोनियाजिड की शुरुआत भी भारत सरकार द्वारा की गयी है जो टी बी की बीमारी से ग्रस्त लोगों के साथ रहने वाले व्यक्तियों को हफ्ते में एक दिन तीन महीने तक कुल 12 खुराक खानी होती हैँ जिस से संपर्क में रहने वाले व्यक्ति को टी बी की बीमारी नहीं होती है ।