यूपीएस अधिसूचना के विरोध में रेलकर्मियों ने जताया रोष
बरेली । केन्द्र सरकार के द्वारा माह अगस्त 2024 में घोषित की गई एकीकृत पेंशन योजना की अधिसूचना दिनांक 25 जनवरी 2025 को गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले राजपत्र में प्रकाशित कर जारी कर दी गई। पहले से ही योजना का विरोध कर रहे कर्मचारियों में इस अधिसूचना के जारी होने से और भी अधिक आक्रोश व्याप्त हो गया और NMOPS के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर आज सभी सरकारी कर्मचारियों ने भारी संख्या में अपने अपने कार्यस्थलों पर एकत्र होकर यूपीएस नियमावली की प्रतीकात्मक प्रतियां जलाकर योजना का विरोध किया। इज्जतनगर रेल मंडल के प्रायः सभी रेलवे स्टेशनों, कार्यालयों के साथ ही मंडल मुख्यालय, लोको शेड इज्जतनगर और यांत्रिक कारखाना, इज्जतनगर में फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे/NMOPS, इंडियन रेलवे एम्पलाईज फेडरेशन और एन ई रेलवे मैंस कांग्रेस के संयुक्त तत्वाधान में यूपीएस के विरोध में रेलकर्मियों ने बड़ी संख्या में शामिल होकर यूपीएस स्वीकार न किए जाने और इसके बहिष्कार के आशय के नारे लिखी तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और एकीकृत पेंशन योजना की नियमावली की प्रतीकात्मक प्रतियों का दहन किया। इस अवसर पर फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे के इज्जतनगर मंडल संयोजक जयेंद्र शेखर गुप्ता ने कहा कि NMOPS के राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत आज इज्जतनगर रेल मंडल में व्यापक स्तर एकीकृत पेंशन योजना के विरुद्ध आक्रोश व्यक्त किया गया है। कर्मचारियों की एकसूत्रीय मांग सिर्फ हू ब हू पुरानी पेंशन की बहाली है और वह इसकी बहाली तक निरंतर संघर्ष हेतु कृत संकल्पित हैं। सरकार से अपील है कि वह हठधर्मिता और टालमटोल का रवैया त्यागकर कर्मचारी हित में निर्णय ले और यूपीएस जैसे भ्रामक संशोधन को वापस लेकर कर्मचारियों को यथावत पुरानी पेंशन देने का कार्य करें। उन्होंने यह भी कहा कि वास्तव में पेंशन के मुद्दे पर नीति निर्माताओं की नियत ही ठीक नहीं है। यदि ऐसा न होता तो यूपीएस की गजट अधिसूचना में कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना को चुनने का भी विकल्प प्रदान किया जाना चाहिए था। किन्तु ऐसा न करके वास्तव में कर्मचारी हितों के विरुद्ध रवैए का ही प्रदर्शन किया गया है।
एन ई रेलवे मैंस कांग्रेस के मंडल मंत्री रजनीश तिवारी ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार का यह रवैया बता रहा है कि कर्मचारियों को अपने हक़ पुरानी पेंशन की बहाली के लिए अभी और संघर्ष करना पड़ेगा और कर्मचारी इसके लिए तैयार हैं। जो बड़े नामधारी नेतागण आठवें वेतन आयोग के गठन को अपनी उपलब्धि बताते हुए अपनी पीठ थपथपा रहे थे – यूपीएस गजट नोटिफिकेशन पर मौन धारण किए हुए हैं। यह बतलाता है कि इस कर्मचारी विरोधी नीति के प्रवर्तन में उनका भी सहयोग है। इस अवसर पर संरक्षक संतोष यादव, कारखाना मंडल अध्यक्ष अनवारूल हसन, सहायक मंडल मंत्री अब्दुल इकरार, फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे के मंडल संयोजक जयेंद्र शेखर गुप्ता, महिला विंग की सदस्या निहारिका, रिमझिम, फातिमा, बंदना, प्रियंका, ज्योत्सना, रजनी, शर्मिला, रिंकी कुमारी, विमलेश रानी, कोमल, प्रियंका, दीपिका व देवेंद्र सिंह, दीपक बाजपेई, महताब आलम, आदित्य, संस्कार, विवेक, मनोज, गौतम सिंह, श्रीश शंखधर, आलोक, वीरेन्द्र कटियार, संतोष भंडारी, आलोक गोस्वामी, विनीत कुमार यादव, मंत्री बबलू मीणा, दीपक कुमार, विनय कुमार गुप्ता, राजेंद्र गुप्ता, तुषार शर्मा, संदीप यादव, प्रमोद यादव , चेतराम, राजेश सिंह, विष्णु कुमार, अमित कुमार रावत, हिमांशु पाठक, हंसराज मीणा सौरभ कुमार, मुकेश मीणा, मुकेश सिंह, निशांत, यामीन खान, सतीश, कासिम, कुलदीप दुबे, नसीम खान, सत्येंद्र यादव, दीनानाथ, दिनेश यादव, तेज बहादुर, मानसिंह, रेवत सिंह , सुनील कुमार, ब्रह्मपाल, आलोक वर्मा , आदित्य चटर्जी, धनंजय यादव , मुकेश चंद्र मीणा , कंबू राम, संतोष कुमार सिंह, भूपेंद्र सिंह , शिवराज , उमेश यादव, सरोज यादव , सुरेश चंद्र , राकेश यादव , राजू कुमार, प्रवीण कुमार , शिवम त्रिपाठी , रियांश दीक्षित, विवेक कुमार, विष्णु कुमार लोकेश कुमार गंगवार मुनेश कुमार मौर्य पप्पू यादव सुरेंद्र सिंह सतीश चंद्र शर्मा, दिनेश चंद्र, प्रवीण कुमार वर्मा, संतोष सिंह, वाजिद अली, रजनीश यादव , अनुज , सुबोध कुमार, जीपी पटेल, अजीत कुमार, राहुल गोयल , संतोष कुमार, इकबाल, दिनेश सिंह दिनेश सिंह, विजयपाल , गौरव सिंह पाल, सुनील कुमार वर्मा, अग्रसेन मीणा, लखीम चंद्र, आरके उपाध्याय आरके , सत्येंद्र सिंह , लक्ष्मीकांत, , देवेंद्र प्रताप सिंह जोगिंदर यादव , आलोक गिरी, प्रेमवीर आदि उपस्थित रहे।