बरेली। थाना कैंट क्षेत्र में पिटाई के पांच माह बाद हुई मौत के मामले में हत्या का आरोप लगाकर परिवार वालों ने रविवार सुबह शव रखकर एसएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। परिवार वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा और प्रदर्शन करने लगे। हंगामे के दौरान कोतवाली और कैंट पुलिस वहां पहुंच गई। एसएसपी ने पुलिस को मामले में तत्काल कार्रवाई के आदेश दिये हैं। पुलिस कार्रवाई के आश्वासन पर लोग शांत हुये। कैंट के हिंडौलिया भोलापुर गांव निवासी वेदपाल राजपूत खेती किसानी करते थे। पांच माह पहले गांव के ही कुछ दबंग लोग उसे सिमरा बोरीपुर गांव में एक बरात में शामिल होने की बात कहकर अपने साथ ले गए थे। पूरी रात वेदपाल घर नहीं आए तो परिजनों को चिंता सताने लगी। उन्होंने वेदपाल को खोजने का प्रयास किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अगले दिन सुबह सूचना मिली कि सड़क किनारे वेदपाल घायल अवस्था में पड़े थे। परिजनों ने उन्हें एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां शनिवार को वेदपाल ने दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि इस मामले में उन्होंने उस वक्त पुलिस से भी शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। महेश ने कैंट पुलिस पर आरोपितों की मदद का आरोप लगाते हुए कि पुलिस ने उन्हें दो बार पकड़ा और छोड़ दिया। अब इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है। परिजनों का कहना है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा तब तक वेदपाल का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। इस मांग को लेकर परिजन उसका शव लेकर रविवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचे लेकिन छुट्टी होने के चलते वह कुछ देर बाद वहां से लौट गए।