बरेली । रज़ा एकेडमी के सुप्रीमो एवं सुप्रीम कोर्ट के याचिका दायरकर्ता असिरे मुफ्ती ए आज़म सईद नूरी दिल्ली से बरेली शरीफ तशरीफ़ लाएं उन्होंने दरगाह आला हजरत पर हाज़री दी और देश की तरक़्क़ी कौमी एकता भाईचारे के लिए दुआ की,इसी कड़ी में उन्होंने दरगाह आला हजरत स्थित नूरी मेहमानखाने में पत्रकार वार्ता में कहा कि देश के हालात को देखते हुए रज़ा एकेडमी ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने देशभर की अदालतों के लिये आदेश जारी किया कि धार्मिक स्थलों से सम्बंधित कोई याचिका स्वीकार न की जाए सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला सम्मानजनक फैसला है इस फैसले से देश मे आपसी सोहार्द एवं भाईचारा कायम रहेगा सुप्रीम कोर्ट ने सरकारों को अपना जवाब दाखिल करने का चार सप्ताह का समय दिया है रज़ा एकेडमी शांति एवं आपसी भाईचारे के लिये हमेशा काम करती है हमारा देश गंगा जमुनी तहजीब के लिये दुनियाभर में प्रसिद्ध है मगर कुछ असामाजिक तत्व अपना निजी स्वार्थ सिद्ध करने एवं झूठी शानो शौकत के लिये गलत काम कर रहे है जिनको आने वाले समय मे देश धुंधकार देगा, रज़ा एकेडमी सुप्रीम कोर्ट से यह उम्मीद रखती है कि धार्मिक स्थलों 1991 में जो एक्ट बना उसको बरकरार रखा जाएगा सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला पूर्ण रूप से जनहित में है,इस मौके पर बरेली के समाजसेवी पम्मी ख़ाँ वारसी,मुंबई के मौलाना अब्वास रज़वी,कारी सगीर अहमद आदि मौजूद रहे।