शाहजहांपुर। रासलीला जिसे कृष्णलीला के नाम से भी जाना जाता है। जीव जगत और परमात्मा का एकत्र ही इस लीला का प्रतिपाद्य है। जीव आत्मा का परमात्मा के साथ संबंध स्थापित करने का काम करती है रासलीला। शहर के लोगों को कृष्ण और राधा की लीलाओं से रूबरू कराने और उन्हें भक्ति भाव से विभोर करने के उद्देश्य से शहर में पहली बार गीता जयंती के अवसर पर मुमुक्षु आश्रम के मुख्य अधिष्ठाता स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के मार्गदर्शन में गीतोउपदेश (कृष्ण लीला) का मंचन विश्व प्रसिद्ध रासाचार्य श्रीमद् स्वामी देवकीनंदन जी महाराज व उनकी टीम के द्वारा किया जायेगा। यह जानकारी देते हुए मुमुक्षु आश्रम के सचिव डा. अवनीश कुमार मिश्रा ने बताया कि मुमुक्षु शिक्षा संकुल के स्वामी धर्मानंद इण्टर कालेज मैदान में गुरूवार 05 दिसम्बर से बुधवार 11 दिसम्बर तक प्रतिदिन सायं 03 बजे से सायं 06 बजे तक रासलीला का मंचन किया जायेगा। मंचन के दौरान श्रद्धालुओं के बैठने की समुचित व्यवस्था की गई है, साथ ही स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था भी की गई है। श्री मिश्रा ने बताया कि रासलीला के लिए भव्य पंडाल तैयार हो चुका है। 05 दिसम्बर को सायं 03 बजे रासलीला का शुभारंभ किया जायेगा।