संस्थापक प्रो.खंडेलवाल के जन्मशताब्दी वर्ष के उपलक्ष में हुआ भौतिक विज्ञान का सात दिवसीय कार्यशाला
बदायूं।भारतीय भौतिकी शिक्षक परिषद उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में भौतिक विज्ञान पृष्ठभूमि के छात्र छात्राओं के परीक्षाओं की तैयारी के सन्दर्भ में सात दिवसीय रिवीजन वर्कशॉप का आयोजन 29 मई से 4 जून तक आयोजित किया गया है। इस कार्यशाला का आयोजन वैश्विक कोरोना संकटकाल के दौरान विद्यार्थियों की शिक्षा एवं परीक्षा संबंधी असुविधा को दूर करने के लिए आयोजित की गई है। कार्यशाला के प्रारंभ होने तक लगभग 700 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग हेतु पंजीकरण किया है।
भौतिक विज्ञान के विद्यार्थियों के उत्थान के लिए यह कार्यशाला क्राइस्ट चर्च कॉलेज कानपुर, राजकीय महाविद्यालय बदायूं, बरेली कॉलेज बरेली एवं इविंग क्रिश्चियन कॉलेज प्रयागराज के संयोजन में आयोजित की गई है।
भारतीय भौतिकी शिक्षक परिषद उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष तथा क्राइस्ट चर्च कॉलेज कानपुर के भौतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ आरके द्विवेदी ने बताया कि संपूर्ण देश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के भौतिकविदों के द्वारा विद्यार्थियों के भौतिक विज्ञान के पाठ्यक्रम की परीक्षा की तैयारी हेतु पुनरावृति कराई जाएगी।
गौरतलब है कि भारतीय भौतिकी शिक्षक परिषद के संस्थापक प्रोफेसर डीपी खंडेलवाल के जन्मशताब्दी वर्ष के उपलक्ष में तथा अल्बर्ट आइंस्टीन के सापेक्षता सिद्धांत की पुष्टि के दिन भौतिक विज्ञान पृष्ठभूमि के विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु आयोजित की गई इस सात दिवसीय रिवीजन कार्यशाला को संबोधित करते हुए छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर एवं एकेटीयू विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए इस कार्यशाला की सराहना की। इसके पूर्व कार्यशाला का प्रारंभ वर्चुअल रूप से मां सरस्वती की वंदना के साथ किया गया।
बरेली कॉलेज, बरेली के भौतिकी विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉ. सुंदर सिंह एवं राजकीय महाविद्यालय बदायूं के भौतिकी विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉ. संजीव राठौर को इस कार्यशाला के आयोजन हेतु सचिव बनाया गया हैं।
विशिष्ट अतिथि एवं भारतीय भौतिकी शिक्षक परिषद के जनरल सेक्रेटरी प्रोफेसर के एन जोशीपुरा ने नाभिकीय विखंडन विषय पर विभिन्न प्राचीन कहानियों के द्वारा भौतिक विज्ञान की तकनीकी की जानकारी दी। उन्होंने अपने विषय को भगवत गीता से सम्बद्ध कर प्राच्य भारतीय वैज्ञानिक संस्कृति पर प्रकाश डाला। तथा अपने विषय को भाभा परमाणु अनुसंधान संस्थान से संबंध करते हुए बताया कि न्यूक्लियर रिएक्टर के माध्यम से आगामी भविष्य में बिजली उत्पादन का कार्य किया जाएगा।
आईएपीटी के विभिन्न राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं के मुख्य समन्वयक प्रोफेसर बीपी त्यागी ने समझाया के किस प्रकार विद्यार्थियों के भविष्य के लिए आईएपीटी कार्य कर रहा है।
उद्घाटन में पधारे सभी अतिथियों का डॉ संजीव राठौर ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया की भौतिक विज्ञान के विद्यार्थियों के लिए रिवीजन वर्कशॉप उनके बहुमूल्य जीवनोपयोगी साबित होगी।
तकनीकी सत्र में प्रो बीपी त्यागी ने चेयरपर्सन की भूमिका निभाई। इविंग क्रिश्चियन कॉलेज प्रयागराज के भौतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष
डॉ अनिल कुमार सिंह ने अपने व्याख्यान में बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स फॉर बिगनर्स के बारे में बताया और अर्धचालकों ,डायोड और ट्रांजिस्टर के बारे में गहन जानकारी दी।
इस अवसर पर देशभर के विभिन्न राज्यों के शिक्षण संस्थानों के भौतिकविद डा० संजय शर्मा, डॉ श्रद्धा गुप्ता, डॉ अपर्णा दीक्षित तथा डॉ अनीता शुक्ला, डॉ टीएन सूर्या, डॉ आर के मित्रा, डॉ कमलेश कुमार शर्मा, आईआईआईटी प्रयागराज के डॉ अखिलेश तिवारी आदि उपस्थित रहे।