वजीरगंज रामलीला खेल मैदान का जिन्न दो साल बाद बाहर आया,कोर्ट के आदेश पर पैमाइश हुई

बदायूँ। वजीरगंज रामलीला खेल मैदान का जिन्न दो साल बाद बाहर आया, हाई कोर्ट के आदेश पर हुई पैमाइश कई मकान भी हद में, मचा हड़कंप वजीरगंज कस्बे के खेल मैदान पर लगभग 2 साल पूर्व बनी दुकानों का मामला नगर में चर्चा का विषय बना रहा जहां एक और रामलीला कमेटी वजीरगंज इसे अपनी जमीन बताकर निर्माण कार्य करने की बात कह रही थी वहीं नगर पंचायत के अधिकारियों ने खेल मैदान बता कर अपनी जगह होने का दावा ठोक कर जिले के उच्च अधिकारीयों को पूरे मामले में से अवगत कराया। उच्च अधिकारियों के आदेश पर नगर के कुछ लोगों पर मुकदमे भी लिखे गए। इसके खिलाफ लोगों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया और इस समय मामला हाईकोर्ट इलाहाबाद में विचाराधीन है। वही हाईकोर्ट ने प्रशासन से 9 दिसंबर से पहले गाटासंख्या 294 की पैमाइश कराकर वास्तविक स्थिति से अदालत को अवगत कराने का आदेश दिया है। सुबह से ही तहसील प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी खेल मैदान की जगह की पैमाइश करते हुए वास्तविक जगह पर पैमाइश की । खेल मैदान की जद में पांच मकान भी बने हुए मिले ।जिससे भवन स्वामियों के साथ अन्य लोगों में भी हड़कंप मचा हुआ है ।
एसडीएम बिसौली शशि कृष्णा तहसीलदार कानूनगो एवं लेखपालों के साथ नगर की विवादस्पद जगह गाटा संख्या 294 खेल मैदान की पैमाइश कराने पहुंची तो एक बार फिर से खेल मैदान एवं रामलीला मैदान का जिन्न बाहर निकल आया जिससे लोगों में हड़कंप मच गया ।

2 साल पहले खेल मैदान पर बनाई गई दुकानों की वजह से रामलीला कमेटी और नगर पंचायत वजीरगंज के बीच अपनी-अपनी जगह बताने पर विवाद खड़ा हो गया था नगर पंचायत के अधिकारियों ने पूरे मामले से जिले के आला अधिकारियों को अवगत कराया अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद तत्कालीन हल्का लेखपाल द्वारा नगर के कुछ लोगों पर मुकदमा भी लिखवाया गया इसके खिलाफ लोगों ने अदालत का रुख इख्तियार करते हुए अपना पक्ष रखा । हाईकोर्ट ने एक बार फिर से जिला प्रशासन को गाटा संख्या 294 खेल मैदान की पूर्ण पैमाइश एवं उसे पर हुए निर्माण की वास्तविक जानकारी 9 दिसंबर से पहले मांगी है इसी को देखते हुए तहसील प्रशासन द्वारा खेल मैदान की जब पैमाइश की गई तो उसे पर अन्य लोगों के मकान भी बने हुए खड़े हैं इससे भवन स्वामियों के साथ-साथ अन्य लोगों में भी हड़प्पा मचा हुआ है।