सम्भल। थाना नखासा क्षेत्र के ग्राम पंचायत कसेरुआ मैं टाइफाइड मलेरिया डेंगू धीरे-धीरे पूरे गांव में फैल चुका है। जिससे ग्रामीण बेहद परेशान है। जिंदगी और मौत के बीच ग्रामीण खतरनाक बीमारियों का सामना कर रहे हैं। संभल के अगर स्वास्थ्य विभाग की बात की जाए तो अभी तक किसी भी अधिकारी का थाना नखासा क्षेत्र के ग्राम पंचायत कसेरुआ व चमरोआ में इस दोनों गांव की तरफ स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। और नाही स्वास्थ्य विभाग की तरफ से भी कोई कैंप लगाया गया है। जिससे गरीब व मजदूरों को खतरनाक बीमारियों से राहत मिल सके ग्रामीणों खतरनाक बीमारियों से लड़ रहे हैं। खतरनाक बीमारियों की अगर बात की जाए तो हर घर से तीन चार मैरिज टाइफाइड मलेरिया डेंगू से पीड़ित चल रहे हैं। जिंदगी और मौत के बीच इस खतरनाक बीमारियों से झुलाज रहे हैं। अगर सफाई कर्मी की बात की जाए तो गांव में कुछ गालियां ऐसी है। गंदगी के अंबार लगे हैं। जीने एक महीने से लेकर अभी तक साफ सफाई को लेकर कोई भी ध्यान नहीं दिया गया है। सफाई न होने की वजह से गंदगी व गंदे पानी से मच्छर पनप रहे हैं। और जहरीले मच्छरों की वजह से ग्रामीणों में नई-नई बीमारियां जन्म ले रही है। इसे स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी कहीं जाए या फिर मनमानी कहीं जाए आखिरकार सम्भल का स्वास्थ्य विभाग किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है। संभल के अगर स्वास्थ्य विभाग की बात की जाए तो पूरी तरह सम्भल का स्वास्थ्य विभाग भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है। अगर संभल के स्वास्थ्य विभाग की बात की जाए तो सबसे ज्यादा सुस्त संभल का स्वास्थ्य विभाग है। संभल डीएम के द्वारा साफ सफाई को लेकर और ग्रामीण क्षेत्रों में टाइफाइड मलेरिया डेंगू इन खतरनाक बीमारियों को लेकर खड़े निर्देश दिए जा रहे हैं। कि इन खतरनाक बीमारियों पर अंकुश लगाया जाए लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सम्भल डीएम साहब के आदेश की धज्जियां जमकर उड़ा रहे हैं। आखिरकार ग्रामीण क्षेत्रों में यह देखने वाली बात है की डेंगू टाइफाइड मलेरिया इन खतरनाक बीमारियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कब कैंप लगाया जाएगा जिससे गरीब व मजदूरों को राहत की सांस मिल सके।