*विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा संचालित मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण का दस दिवसीय शॉर्ट टर्म अभिविन्यास पाठयक्रम सम्पन्न
बदायूँ।।दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज और आवास विकास स्थित राजकीय महाविद्यालय बदायूँ द्वारा संयुक्त रुप से आयोजित दस दिवसीय ऑनलाइन मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम (एमएमटीटीपी) सम्पन्न हुआ। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा संचालित मालवीय मिशन के इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से 150 से अधिक उच्च शिक्षा के प्राध्यापकों ने प्रतिभाग किया। कैरियर एडवासमेंट योजना के अन्तर्गत पदोन्नति के लिए अर्हता प्रदान करने वाले इस प्रशिक्षण पाठयक्रम में 14 विस्तृत सत्र आयोजित किए गए, जिसमें जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली विश्वविद्यालय, पंजाब विश्वविद्यालय, डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, रविन्द्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय,रांची विश्वविद्यालय और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के विषय विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिया। उदघाटन बरेली परिक्षेत्र की उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ सन्ध्या रानी ने किया। विभिन्न सत्रों में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और विकास, भारतीय ज्ञान प्रणाली, अकादमिक नेतृत्व, शासन और प्रबंधन, कौशल विकास, समग्र और बहुविषयक शिक्षा, पाठ्यक्रम विकास, परीक्षा पद्धति और मूल्यांकन, छात्र विविधता और समावेशी शिक्षा, उच्च शिक्षा और समाज आदि जैसे विषय शामिल थे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को सफल रूप से क्रियान्वित करना था। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सफल क्रियान्वयन के लिए आयोजित शॉर्ट टर्म अभिविन्यास पाठयक्रम मे जामिया मिलिया इस्लामिया दिल्ली के सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के प्रोफेसर मंसाफ आलम, हंसराज कॉलेज दिल्ली के अनुसंधान और विकास के प्रोफ़ेसर डॉ. अनुराग कक्कड़ ने नवाचारी ज्ञान दिया। भारतीय ज्ञान प्रणाली पर पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ की प्रोफेसर शिवानी, अकादमिक नेतृत्व, शासन और प्रबंधन विषय पर डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर मध्य प्रदेश की प्रोफेसर डॉ. शालिनी चोथरानी कौशल विकास विषय पर रबींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की प्रोफेसर अमिता दत्त का व्याख्यान प्रशिक्षु प्रोफेसरों के लिए ज्ञानवर्धक सिद्ध हुआ।
समग्र और बहुविषयक शिक्षा पर केन्द्रित राँची विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉ. देबजानी रॉय बहुत ही सहज और सरल तरीके से अंतर अनुशासनात्मक अध्ययन और शोध की महत्ता पर प्रकाश डाला।
नेतृत्व, शासन और प्रबंधन विषय को डॉ. शालिनी चोइथरानी ने पीपीटी के माध्यम से विभिन्न उदाहरणों के साथ समझाया। दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज में संचालित मालवीय मिशन शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक प्रोफेसर आशुतोष यादव ने अनुसंधान और विकास की उच्च शिक्षा में अनिवार्य आवश्यकता पर विशेष जोर दिया। दिल्ली विश्वविद्यालय के एसजीटीबी खालसा कॉलज में निदेशक एमएमटीटीसी और रसायन विज्ञान के प्रोफेसर विमल रार ने पाठ्यक्रम विकास, परीक्षा पद्धति और मूल्यांकन को नई शिक्षा नीति के अनुरूप विकसित करने की प्रक्रिया से अवगत कराया। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की राजनीति विज्ञान की प्रोफेसर डॉ भावना शर्मा ने विद्यार्थी, विविधता और समावेशी शिक्षा पर शोधपरक व्याख्यान प्रस्तुत किया। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ए के बख्शी ने उच्च शिक्षा और समाज की प्रति पूरकता और समावेशी निर्भरता को वास्तविक धरातल पर प्रयोग करने के लिए प्राध्यापकों को प्रेरित किया तथा तरीके बताए। प्राचार्य डॉ नरेन्द्र कुमार बत्रा एवम संयोजक डॉ संजीव राठौर ने हंसराज कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. रामा, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आशुतोष यादव, डॉ. अनुराग कक्कड़ और उनकी टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम समन्वयक डॉ श्रद्धा गुप्ता, सह समन्वयक डॉ राकेश कुमार जायसवाल एवं आयोजन समिति के सदस्य डॉ सतीश सिंह यादव, डॉ रविन्द्र सिंह यादव, डॉ सरिता यादव तथा डॉ सचिन राघव ने आमंत्रित विषय विशेषज्ञों का परिचय कराते हुए विभिन्न सत्रों को संचालित किया।