अन्तरमहाविद्यालयी बैडमिंटन टूर्नामेंट में हिंदू कॉलेज बना विजेता
शाहजहांपुर। खेल हमारे संपूर्ण व्यक्तित्व को निखारता है। खेलों के माध्यम से हमारे अंदर साथ मिलकर काम करने, एक दूसरे की कमियों को पहचानने एवं दूर करने, तनाव से सफलतापूर्वक जूझने, साथ मिलकर योजना बनाने एवं किसी की तकलीफों को स्वयं अनुभव कर सकते की प्रवृत्ति विकसित होती है। ये विचार स्वामी शुकदेवानंद खेल महोत्सव के समापन दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे सेवानिवृत्त डीआईजी (स्पेशल टास्क फोर्स) श्री एस. आनंद ने व्यक्त किये। उन्होंने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए आगे कहा कि आज खेलों के क्षेत्र में भारत का प्रदर्शन विश्व पटल पर अपनी छाप छोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि टीम भावना से कार्य करने में हमारा केवल एक ही लक्ष्य होता है और वह है -जीत हासिल करना। आज खेल कैरियर का भी एक बेहतर विकल्प बन चुका है। बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों का भी रुझान खेलों में बढ़ रहा है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती देवी आनंद ने कहा कि जब हम सदाचार के साथ आगे बढ़ेंगे तो हमारा भविष्य निश्चित रूप से सुनहरा होगा। उन्होंने कहा कि खेलों के माध्यम से हमारे अंदर उत्साह का संचार होता है। विद्यार्थी के पांच लक्षणों की ओर ध्यान केंद्रित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को ये सभी लक्षण अपनी दिनचर्या में उतारने चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मुमुक्षु शिक्षा संकुल के मुख्य अधिष्ठाता स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती ने खिलाड़ियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि सभी टीमों के खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्हें यह प्रयास करना चाहिए कि वे अपने प्रदर्शन को और अधिक बेहतर बनाएं।
कार्यक्रम में स्वागत भाषण महाविद्यालय के सचिव डॉ ए के मिश्रा ने, धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्य प्रो आर के आजाद ने तथा संचालन उपप्राचार्य प्रो अनुराग अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य अतिथि के द्वारा मार्च पास्ट की सलामी ली गई। मुख्य अतिथि को महाविद्यालय की प्रबंध समिति के सदस्य श्री सुरेश सिंघल, श्री शंकर मुमुक्षु विद्यापीठ के सचिव श्री अशोक अग्रवाल, एसएस कॉलेज के सचिव डॉ ए के मिश्रा एवं प्राचार्य डॉ आर के आजाद ने अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह एवं उपहार भेंट कर सम्मानित किया। विशिष्ट अतिथि महोदया को डॉ ज्योत्सना गुप्ता, डॉ रंजना खंडेलवाल एवं डॉ दीप्ति गंगवार ने अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम की समेकित रिपोर्ट खेल एवं शारीरिक शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो अजीत सिंह चारग के द्वारा प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया जिनमें एस एस कॉलेज की छात्राओं के द्वारा नृत्य ‘महिषासुर मर्दिनी’ प्रस्तुत किया गया जबकि एस एस एम वी की छात्राओं के द्वारा गरबा नृत्य प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल में महाविद्यालय का प्रतिनिधित्व कर चुके छात्र यूनुस शाह को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय से ऑब्ज़र्वर के रूप में नियुक्त किए गए डॉ आलोक दीक्षित, कार्यक्रम संयोजक डॉ प्रांजल शाही, विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जयशंकर ओझा, स्वामी धर्मानंद सरस्वती इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ अमीर सिंह यादव, डॉ मेघना मेहंदीरत्ता, डॉ आलोक सिंह, डॉ प्रभात शुक्ला, मेजर अनिल मालवीय, शिवओम शर्मा, सुयश सिन्हा सहित विभिन्न टीमों के कोच एवं खिलाड़ी उपस्थित रहे। अन्तरमहाविद्यालयी बैडमिंटन टूर्नामेंट खेल महोत्सव के अंतिम दिन अंतरमहाविद्यालययी बैडमिंटन टूर्नामेंट का फाइनल मैच आयोजित किया गया जिसमें हिंदू कॉलेज, मुरादाबाद की टीम 2-0 से विजेता घोषित हुई जबकि एस एस कॉलेज की टीम उपविजेता रही। 100 मीटर दौड़ सीनियर बालक वर्ग में विधि महाविद्यालय के ईशांत सिंह प्रथम, आलोक सिंह द्वितीय तथा एस एस कॉलेज के अनिकेत सिंह तृतीय स्थान पर रहे जबकि सीनियर बालिका वर्ग में एस एस कॉलेज की कामिनी पाठक प्रथम, विधि महाविद्यालय की वैष्णवी वर्मा द्वितीय तथा एस एस कॉलेज की पलक तृतीय स्थान पर रहीं।