बरेली । बड़े पीर शेख अब्दुल्ल कादिर जिलानी बगदादी गौस पाक की याद में हर साल सैलानी रज़ा चौक से निकलने वाला जुलूस ए गौसिया इस बार 15 अक्टूबर दिन पीर(सोमवार) को निकाला जाएगा। जिसको लेकर तैयारिया शुरू हो चुकी है। ज़िला प्रशासन और जुलूस आयोजक की बीच बैठक हो चुकी है। जुलूस के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि जुलूस दरगाह आला हज़रत प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान(सुब्हानी मियां) की सरपरस्ती और सज्जादानशीन व बानी-ए-जुलूस मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी(अहसन मियां) की कयादत(नेतृत्व) में निकाला जाएगा। जुलूस अंजुमन गौस-ओ-रज़ा(टीटीएस) के तत्वाधान में सैलानी रज़ा चौक से निकाला जाएगा। जुलूस ए गौसिया के सदर हाजी शारिक नूरी व सचिव अजमल नूरी ने बताया कि जुलूस में नए और पुराने शहर की लगभग 80 अंजुमने शिरकत करती है। सभी अंजुमने सैलानी रज़ा चौक पर इक्कठा होती है यहां से जुलूस की शक्ल रवाना होती है। जुलूस हर साल शाम 5 बजे के बाद रवाना होता था।लेकिन इस बार कायदे जुलूस हज़रत मुफ्ती अहसन मियां के हुक्म के मुताबिक हाजी शारिक नूरी ने सभी अंजुमनों से अपील करते हुए कहा की सभी अंजुमने दोपहर 2 बजे से पहले जुलूस स्थल सैलानी रज़ा चौक बिना डीजे के पहुंच जाएं ताकि जुलूस को अपने सही वक्त पर रवाना किया जा सके। डीजे व हुडदंग वाली अंजुमने जुलूस में शामिल नही की जायेगी। सभी अंजुमनों सिर्फ दो सुराही के साथ जुलूस में शामिल हो सकती है। पिछले साल जुलूस के रास्तों को लेकर हुए विवाद के मद्देनजर अपर नगर मजिस्ट्रेट व इंस्पेक्टर बारादरी और अंजुमन गौस-ओ-रज़ा(टीटीएस) के पदाधिकारियों के बीच बारादरी में हुई बैठक में कई बिन्दुओ पर चर्चा की गई। सभी की राय से तय हुआ की इस साल जुलूस-ए-गौसिया रवि की चक्की के स्थान की जगह इस साल जुलूस-ए-मोहम्मदी में तय हुए रास्तों से ही निकलेगा। हाजी शारिक नूरी और अजमल नूरी ने बताया कि जुलूस सैलानी रज़ा चौक से शुरू होकर मीरा का पेट,बुखार पुरा,काकर टोला, जगतपुर चौराहे से वापिस काकर टोला चौकी के रास्ते कोट होते हुए दरगाह शाहदाना वली सलामी देते हुए वापिस जुलूस स्थल सैलानी रज़ा चौक पर समाप्त होगा। बैठक में अपर नगर मजिस्ट्रेट व इंस्पेक्टर बारादरी के अलावा दरगाह आला हज़रत से परवेज़ नूरी,नासिर कुरैशी,अजमल नूरी,शाहिद खान नूरी,ताहिर अल्वी अंजुमन गौस-ओ-रज़ा(टीटीएस) के हाजी शारिक नूरी,मुस्तफा नूरी,तनवीर तहसीनी,अफजाल उद्दीन,जमाल ख़ान,सोहिब रज़ा,वामिक रज़ा, सभासद इरशाद अंसारी आदि लोग शामिल रहे।