संघटक राजकीय महाविद्यालय में गांधी जयंती पर विभिन्न प्रतियोगिताएं हुई

बदायूँ। संघटक राजकीय महाविद्यालय सहसवान में गांधी जयंती पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य डॉ गुरुदीप सिंह उप्पल जी के कर कमलों द्वारा ध्वजारोहण के साथ किया गया। तत्पश्चात प्राचार्य डॉ. गुरुदीप सिंह उप्पल ने महापुरुष महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र के समक्ष पुष्पार्पण किया। निबंध प्रतियोगिता व वाद विवाद प्रतियोगिता के आयोजन से पूर्व प्राचार्य डॉ. गुरुदीप सिंह उप्पल ने मां शारदे के समक्ष पुष्प अर्पित किए ।अपने उद्बोधन में प्राचार्य डॉ गुरुदीप सिंह उप्पल जी ने कहा – “भारत को गांधी जी के अहिंसावादी सिद्धांत से ही एक पहचान मिली। उनकी बुनियादी शिक्षा का ही प्रभाव आज है कि शासन द्वारा आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण व योजनाएं चलाई जा रही हैं।” डॉ. शुभ्रा माहेश्वरी के निर्देशन व संयोजन में गांधी जी के जीवन दर्शन पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । जिसमें कु.शिवानी, अर्पिता, आन्या साहू ,ज्योति, प्रियांशी, रवेन्द्र, प्रियांशु कुमार, अरुण ,अमन ,मेघा , रिमझिम आदि छात्र छात्राओं ने प्रतिभागिता की । जिसमें शिवानी उपाध्याय ने प्रथम शगुन साहू ने द्वितीय व प्रियांशी ने तृतीय स्थान तथा आन्या साहू व रिमझिम ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। निर्णायक मंडल में डॉ रजनी गुप्ता, डॉ शुभ्रा शुक्ला, डॉ आलोक दीक्षित , डॉ राजेश सिंह रहे। वाद- विवाद प्रतियोगिता का विषय ‘गांधी जी के अहिंसावादी सिद्धांत की प्रासंगिकता ‘रहा । जिसमें पक्ष व विपक्ष में प्रतिभागिता करने वाले माही पण्डित (बी एस सी), आन्या साहू, शिवानी, प्रियांशी, अर्पिता गांधी,(बी ए 3 सेमेस्टर)व अरुण बी एस सी 3 सेमेस्टर , ज्योति आदि ने गांधी जी के अहिंसावादी विचारों को अपनाने को कहा तो विपक्ष में बोलते हुए छात्र माही ने कहा हम जब अहिंसा को अपनाते हैं तो दूसरा व्यक्ति हम पर हावी होता है।वाद विवाद प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ टेकचंद,डॉ नीति सक्सेना, डॉ सौरभ नागर, डॉ नवीन रहे । वाद -विवाद प्रतियोगिता के पक्ष में आन्या साहू प्रथम , शिवानी द्वितीय व अरुण कुमार तृतीय स्थान पर रहे।विपक्ष में माही पंडित प्रथम व प्रियांशी द्वितीय स्थान पर रही। वहीं डॉ सुरजीत सिंह मौर्य, डॉ राजेश सिंह व डॉ ब्रह्मस्वरूप ने अपने विचार व्यक्त करते हुए गांधी जी के दर्शन व उनकी विचारधाराओं को आत्मसात करने की बात कही।डॉ पारुल अग्रवाल व डॉ सूर्य प्रताप गौतम आदि ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन व संयोजन डॉ. शुभ्रा माहेश्वरी का रहा। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य डॉ गुरुदीप सिंह उप्पल व समस्त शिक्षकों की उपस्थिति में छात्र छात्राओं ने श्रमदान करते हुए स्वच्छता अभियान चलाया व महाविद्यालय परिसर की सफाई की।