आयुक्त ने गांवों में पहुंचकर परखीं कोविड-19 की व्यवस्थाएं
बदायूं। मण्डलायुक्त बरेली मण्डल बरेली/जनपद के नोडल अधिकारी आर0 रमेश कुमार ने जिलाधिकारी दीपा रंजन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत व अन्य सम्बंधित अधिकारियों के साथ विकासखण्ड म्याऊँ के ग्राम नवीगंज एवं गूरा बरेला पहुंचकर कोविड-19 के सम्बंध में बैठक आयोजित की। नवीगंज में कोई सक्रिय केस नहीं है और गूरा बरेला में सक्रिय केस हैं।

मंगलवार को आयुक्त ने निर्देश दिए कि आशाओं को कोरोना वायरस के सम्बंध में प्रशिक्षण दिया जाए। आशा, आंगनबाड़ी घर-घर जाकर डोर टू डोर सर्वे करें। परिवार के प्रत्येक व्यक्ति से उसके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी कर रजिस्टर में अंकित करें। उनसे खांसी, नज़ला, बुखार आदि के बारे में पूछे। संदिग्ध व्यक्तियों का टेस्ट कराएं।

पीड़ित व्यक्तियों को दवाओं का वितरण समय से हेाता रहे। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि सभी लोग कोरोना वायरस के लिए जागरुक रहें और दूसरे लोगों को भी जागरुक करते रहें। मास्क का नियमित प्रयोग करें, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखंे, हाथों को समय-समय पर धोते रहें, साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। लोग कोरोना से बचाव के लिए टीका अवश्य लगवाए, इससे वह स्वयं भी सुरक्षित रहेंगे और उनका परिवार भी सुरक्षित रहेगा। आयुक्त ने गांव में महिला व पुरुषों के लिए बने अलग-अलग आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण भी किया। उन्होंने निर्देश दिए कि बाहर से आने वाले लोगो की कोरोना जांच अवश्य कराई जाए और उनको आइसोलेशन वार्ड में रखें। रिपोर्ट आने पर उन्हें गांव में प्रवेश दिया जाए।
आयुक्त ने आंगनबाड़ी से पुष्टाहार एवं कोटेदार से खाद्यान वितरण के सम्बंध में भी जानकारी ली। कोटेदार ने अवगत कराया कि 20 मई से मुफ्त खाद्यान बांटा जाएगा। आयुक्त ने कोटेदार को निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमित के परिवारों को खाद्यान की होम डिलीवरी की जाए। उन्होंने निर्देश् दिए कि गांवों में नियमित साफ-सफाई, फाॅगिंग एवं सैनिटाइजेशन का कार्य होता रहे। आरआरटी, निगरानी समिति सहित अन्य टीम भी सक्रिय होकर कार्य करती रहें। आयुक्त ने डीएम से कोरोना संक्रमित व्यक्ति से बात कराकर उसका हाल व मिलने वाली व्यवस्थाओं के सम्बंध में जाना। व्यक्ति ने अवगत कराया कि समस्त व्यवस्थाएं समय से मिल रही है।

तत्पश्चात जनपद के नोडल अधिकारी ने गंगाजी के अटैना घाट पहुंचकर अंतिम संस्कार की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि किसी भी शव को नदी में न बहाया जाए, अन्यथा कड़ी कार्यवाही की जाएगी। यदि कोई शव बहता हुआ नज़र आए तो उसको निकाल कर उसका दाह संस्कार किया जाए। इसके लिए लकड़ी आदि की उपलब्धता रहे। इसकी निगरानी के लिए एक व्हाट्सएप गु्रप बनाया जाए। इसमें शवों के पानी में बहने से सम्बंधित जानकारी आदान-प्रदान की जा सके। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी अधिकारी जिम्मेदारी से अपने दायित्वों का निर्वाहन करें, किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही नहीं होना चाहिए, अन्यथा सम्बंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।





















































































