उर्स-ए-रज़वी की शानदार शुरुआत, अदनान मियाँ की सरपरस्ती में हुआ नातिया मुशायरा
बरेली। मरकज़ -ए-अहल- ए-सुन्नत बरेली शरीफ़ की मरकज़ी मस्जिद बीबी जी में 106वें उर्स-ए-रज़वी और 9वें उर्स-ए-अमीन-ए-शरीअत की पहली रात नातिया मुशायरा हुआ। नबीरा-ए-आला हज़रत व ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी ने इस नूरानी महफ़िल की सरपरस्ती की। इसके अलावा आरएसी की तरफ़ से उर्स के तीनों दिन चलने वाले लंगर-ए-आम, मेडिकल कैम्प, टेम्पो सेवा कैम्प जैसी सेवाएं भी शुरू की गईं। बड़ी तादाद में आरएसी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने राह-ए-आला हज़रत पर जुलूस-ए-परचम का इस्तक़बाल फूल बरसा कर किया। नबीरा-ए-आला हज़रत मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी की सरपरस्ती में उर्स की सभी तक़रीबात बड़े ही शानदार अंदाज़ में शुरू हो गई हैं। सुबह से ही आरएसी मुख्यालय बैतुर्रज़ा पर अक़ीदतमंदों का तांता लग रहा है। ये तमाम अक़ीदतमंद नबीरा-ए-आला हज़रत से मुलाक़ात के बाद दरगाह आला हज़रत पर हाज़िरी दे रहे हैं। अकीदतमंदों के लिए आरएसी मुख्यालय बैतुर्रज़ा, कोहाड़ापीर, महेशपुर पेट्रोल पम्प सहित कई जगहों पर लंगर-ए-आम का एहतमाम किया गया है, जो तीनों दिन चलता रहेगा। रेलवे जंक्शन के पास माल गोदाम रोड पर ज़ायरीन के लिए मुफ़्त टेम्पो सेवा कैम्प भी शुरू किया गया है, जहाँ से ज़ायरीन को इस्लामिया मैदान और जामियातुर्रज़ा तक पहुँचाया जा रहा है। मलूकपुर में अज़हरी मस्जिद के पास मुफ्त मेडिकल सेवा कैम्प की शुरुआत की गई है, जो उर्स के तीनों दिन जारी रहेगा। रात को इशा की नमाज़ के बाद मरकज़ी मस्जिद बीबी जी में नातिया मुशायरे की नूरानी महफ़िल सजी, जिसकी सरपरस्ती नबीरा-ए-आला हज़रत मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी ने की। मुफ्ती उमर रज़ा साहब ने कलाम-ए-पाक की तिलावत से नूरानी महफ़िल की शुरुआत की। इसके बाद शायर-ए-इस्लाम उस्मान रज़ा हारूनी, नसीम बरकाती, हाफ़िज़ नईम अख़्तर, फहीम अख़्तर, गुलफ़ाम रज़ा हस्सानी, ग़ुलाम ग़ौस ग़ज़ाली, आक़िब रज़ा इलाहाबादी, मुहम्मद अली फ़ैज़ी, मीर हसन मुस्तफ़ाई, हमदम फ़ैज़ी, उस्मान रज़ा सहित कई शायरों ने नात व मनक़बत पेश की। मुशायरे का संचालन हाफ़िज़ इमरान रज़ा बरकाती ने किया। देर रात तक चली इस महफ़िल के आख़िर में हुज़ूर अमीन-ए-शरीअत, हुज़ूर ताजुश्शरीआ और हज़रत अब्दुल हसीब नूरी व दीगर बुज़ुर्गों की फ़ातिहा हुई। आख़िर में नबीरा-ए-आला हज़रत मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी ने ख़ुसूसी दुआ फ़रमाई। युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अब्दुल्लाह रज़ा क़ादरी ने सलाम पेश किया। इस मौक़े पर मुफ्ती उमर रज़ा, हाफिज इमरान रज़ा, मौलाना अबरार रज़ा, मुशाहिद रफ़त, अब्दुल लतीफ़ क़ुरैशी, ताज ख़ाँ, राजू बाबा, रजब अली साजू, हनीफ़ अज़हरी, मोहम्मद जुनैद, हाफ़िज़ सलीम रज़ा, सईद सिब्तैनी, रेहान यार ख़ाँ, शाहबाज़ रज़ा, मौलाना सफ़दर रज़ा, मौलाना सय्यद तौक़ीर रज़ा, मौलाना लईक़ रज़ा, मुज़फ़्फ़र अली, काशिफ़ रज़ा, फ़ुरक़ान रज़ा, मोईद रज़ा, उवैस ख़ाँ, ज़ाहिद अली, यासीन गद्दी, राशिद अली, मौलाना आरिफ रज़ा, मौलाना तालिब रज़ा, हाफिज़ अब्दुल हलीम, इशरत रज़ा, शानू रज़ा, आफ़ताब रज़ा, सय्यद नासिर अली, मुजाहिद रज़ा, जाहिद रज़ा, सलमान रज़ा, समीर रज़ा, फहमिश रज़ा, शारिक़ रज़ा, गुलहसन, अफ़ज़ल रज़ा, मोहम्मद यूसुफ़, शाहनवाज़, रज़ा, इमरान रज़ा, हाफिज़ आरिफ रज़ा, हाफिज़ आलम बरकाती, साबिर रज़ा, आफ़ताब हुसैन, मोहम्मद चांद, इस्लाम डायरेक्टर, अरबाज़ रज़ा, इरशाद रज़ा, रज़्ज़ाक़ ख़ाँ, फहीम ख़ाँ, अतहर अली, मज़हर ख़ाँ, फिरोज़ ख़ाँ, अफ़सर अहमद, अरशद ख़ाँ, उस्मान रज़ा, एहतेशाम रज़ा, सय्यद फुरक़ान, मोहम्मद आलम, शमीम रज़ा, आसिफ ख़ाँ, वसीम ख़ाँ, नाज़िम ख़ाँ, मोहम्मद रज़ा, शाहबाज रज़ा सहित बड़ी तादाद में आरएसी पदाधिकारी वा कार्यकर्ता मौजूद रहे। उर्स के दूसरे दिन यानि 30 अगस्त को दिनभर आरएसी की टीमें चादरों के जुलूस लेकर दरगाह आला हज़रत पहुंचेंगी। ये सभी जुलूस ख्वाजा कुतुब स्थित आरएसी मुख्यालय बैतुर्रज़ा होते हुए दरगाह आला हज़रत पहुचेंगे।