बरेली। कृष्णानगर कालोनी में चल रहे सहस्त्र चण्डी यज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा के पाँचवें दिन कथा व्यास आचार्य रमाकान्त दीक्षित ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं और रासलीला का भावपूर्ण वर्णन किया, कथा व्यास ने कथा को आगे बढ़ाते हुये पूतना वध, कृष्ण का गौ प्रेम, माखन चोरी, कालिया नाग मर्दन, चीर हरण आदि कथाओं का वर्णन किया। उन्होने बताया कि कैसे इन्द्र का मान मर्दन करने के लिए भगवान कृष्ण ने इन्द्र पूजा को बंद करवाकर भगवान गिरीराज का पूजन करवाया जिससे इन्द्र ने कुपित होकर ब्रजमण्डल को डुबो देने का आदेश अपने मेंघो को दिया लेकिन भगवान श्रीकृष्ण ने गिरीराज पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर सात दिनों तक उठाकर ब्रजवासियों की रक्षा की और इन्द्र का अहंकार नष्ट किया। कथा व्यास ने कृष्ण भगवान के जन्म पर बधाई गाई भक्तों ने नाच-गाकर उत्सव मनाया। गिरिराज पूजन किया गया । भगवान गिरिराज को छप्पन भोग भी लगाया गया। वहीं इससे पूर्व प्रातः कालीन सत्र में यज्ञशाला में सहस्त्रचंडी यज्ञ जारी रहा। याज्ञाचार्य मोहित शास्त्री ने भक्तजनों से विधि विधान से मंत्रोच्चार के साथ माता चंडिका के लिए आहुतियां दिलवाई। ब्राहाम्णो ने दुर्गा पाठ किया। इस अवसर पर श्याम बिहारी गोयल,घनश्याम अग्रवाल,मोहित गर्ग, विपर्णा गौड़, मीडिया प्रभारी एडवोकेट हर्ष कुमार अग्रवाल, आशीष अग्रवाल, अमित अग्रवाल,प्रवीन अग्रवाल,दीपक लखोटिया, दिवाकर सोमानी, गरिमा, विजय कमांडो, पंकज भारद्वाज, नवीन अग्रवाल समेत भारी संख्या में ब्राहाम्ण व भक्तगण उपस्थित रहे।