टिंकू मौत प्रकरण में पुलिस ने किया खुलासा, हत्या नहीं आत्महत्या से हुई मौत
बरेली। फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के गांव मीरापुर में एक सप्ताह पहले देर रात टिंकू पुत्र स्व० रामऔतार उम्र 28 वर्ष को अज्ञात कारणों से गोली लगी थी। उनके परिजन उन्हें लेकर बरेली हास्पिटल गये थे जहाँ पर चिकित्सक द्वारा देखते ही मृत घोषित कर दिया गया था। इस प्रकरण में लक्ष्मी देवी ने गांव के ही रहने वाले मुन्नालाल पुत्र ननुकी व गुड्डू उर्फ सुनील पुत्र मुन्नालाल के विरुद्ध घर पर आकर दरवाजे पर अपने पति को गोली मारकर हत्या कर देने का मुकदमा दर्ज कराया था। इसकी विवेचना प्रभारी निरीक्षक फतेहगंज पश्चिमी द्वारा की गयी। अभियोग पंजीकरण के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा तत्काल संज्ञान लेकर मौके पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण उत्तरी प्रभारी निरीक्षक फतेहगंज पश्चिमी व स्वॉट सर्विलास एवं फील्ड यूनिट की टीम को भेजा गया था। टीम द्वारा नामजद अभियुक्तगण को भी कब्जा पुलिस में लेकर पूछताछ करते हुए घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। घटना स्थल के निरीक्षण के समय ही टीम को घटना स्थल के बताये गये स्थान पर रक्त का धब्बा या खोखा कारतूस नहीं मिला था बल्कि रक्त का धब्बा मृतक के बैडरूम में चादर बैड पर मिला था। फील्ड यूनिट द्वारा उठाये गये रक्त के नमूनों तथा परिवार के एक छोटे से बच्चे के बयान आदि से घटना संदिग्ध प्रतीत हुई। संबंधित विवेचना को साक्ष्यों के आधार पर विवेचित किया गया तो मृतक की पत्नी लक्ष्मी भी व उसके परिवार के लोग घटना के सही तथ्यों को लिखित रुप में अवगत करायें, जिसमें यह कहानी सत्यता के रुप में आयी कि घटना के दिन रात्रि में 9.30 बजे मृतक टिंकू शराब पीकर घर पर आया एवं पत्नी से अकारण ही वाद विवाद किया, जिससे नाराज होकर पत्नी अपने परिजनों व बच्चों के साथ छत पर सोने चली गयी। नीचे केवल मृतक टिंकू ही था कि उसने आत्मघाती कदम उठाते हुए तमंचे से अपने सीने में गोली मार लिया। गोली की आवाज सुनकर सबसे पहले उसकी पत्नी लक्ष्मी नीचे आयी और देखा कि पति की सांस चल रही है खून काफी निकला है एवं पति के हाथ में तमंचा है तो लक्ष्मी ने उक्त तमंचे को हाथ से लेकर बैड के नीचे फेंक दिया तब तक लक्ष्मी के परिवार के लोग जिसमें सास, जेठ, जेठानी एवं बुआ भी आ गये और खून देखकर वह लोग भी घबरा गये। आनन-फानन में मृतक के बड़े भाई धर्मपाल द्वारा पास में ही स्थित राजपाल जिनके पास टैम्पू है को बुलाकर ले आये और उसे बताया कि टिंकू की तबियत खराब है।वह सबसे पहले भास्कर हास्पिटल ले गये जहाँ पर गोली लगने का प्रकरण होने के कारण सरकारी हास्पिटल ले जाने के लिये कहा गया। परिजन मृतक को जिला अस्पताल ले गये जहाँ चिकित्सक द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। इसी बीच घर पर मौजूद बुआ द्वारा मृतक के खून के धब्बों को पानी से धोकर पौछा लगा दिया गया।कुछ देर बाद रिश्तेदारी के लोग बरेली पहुंच गये थे एवं आपस में राय लेकर थाना
फतेहगंज पश्चिमी पर आकर मुकदमा मुन्नालाल व उनके लड़के के विरुद्ध पंजीकृत करा दिया। मुन्नालाल के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराने का कारण यह था कि वर्ष 2018 में मृतक टिंकू ने मुन्नालाल की नाबालिग लड़की को भगाकर ले जाकर कैण्ट थाना क्षेत्र बरेली में बलात्कार किया था। जिसके संबंध में थाना कैण्ट में पाक्सो एक्ट का अभियोग पंजीकृत हुआ था। जिसमें मृतक टिकू जेल गया था। उक्त मुकदमा अभी भी न्यायालय में विचाराधीन है। परिवार के लोग यह सोचकर लोगों के बढ़ाने चढ़ाने पर मुन्नालाल के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराये कि बदला लिया जा सके। मृतक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट आदि से भी आत्महत्या के वैज्ञानिक तथ्य प्राप्त हुए, संबंधित घटना में मृतक द्वारा आत्महत्या के लिये प्रयोग किया गया तमंचा मृतक की पत्नी व परिजनों की निशादेही पर मृतक के खेत से बरामद किया गया। जिसमें अभी भी खोखा कारतूस फंसा हुआ है। उक्त बरामद असलहे को मय खोखा कारतूस के मृतक के शरीर से बरामद बुलेट से मिलान व बेलेस्टिक जांच हेतु विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ भेजा है। अब तक के साक्ष्य से घटना आत्महत्या का होना पाया जा रहा है। नामजद अभियुक्तो की नामजदगी गलत पायी जा रही है। शीघ्र ही अन्य विधिक कार्यवाही पूर्ण कर अभियोग का निस्तारण किया जायेगा।