बरेली। सेंट्रल जेल प्रकरण में अतीक के भाई अशरफ से शूटर मिलवाने के मामले में बरेली पुलिस गैंगस्टर सद्दाम की संपत्तियों को जब्त करेगी। बरेली पुलिस प्रयागराज और दूसरे स्थानों पर अवैध संपत्तियों की जांच कर रही है। तीन माह पहले बरेली के बिथरी चैनपुर थाने में जेल गए सभी 11 लोगों पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की। बरेली सेंट्रल जेल में माफिया अतीक का पूर्व विधायक भाई अशरफ बंद रहा। अशरफ से शूटरों की अवैध मुलाकात सद्दाम कराता था। प्रयागराज में 24 फरवरी 2023 को उमेशपाल की हत्या की गई थी, इस हत्याकांड से 13 दिन पहले यानी 11 फरवरी को शूटर अतीक के भाई अशरफ से मिले थे। यह सभी अशरफ के साले सद्दाम ने मिलवाए थे। इसके बाद बरेली में डीएम और डीआईजी ने छापा मारकर जेल में जांच पड़ताल की। उमेश पाल हत्याकांड की पटकथा बरेली सेंट्रल जेल में तैयार की गई। 7 मार्च 2023 को बरेली के बिथरी चैनपुर में केस दर्ज किया गया। जिनमें प्रयागराज का अब्दुल समद उर्फ सद्दाम अपने गैंग के सदस्य मो रजा उर्फ लल्ला गद्दी, जेल वार्डन मनोज कुमार गोड, जेल के सिपाही शिव हरी अवस्थी, दयाराम उर्फ नन्हे, मो फरहद खां उर्फ गुड्डू, मोहम्मद सरफुद्दीन, फुरकान नवी खान, राशिद अली, मोहम्मद आरिफ और आतिन जफर के नाम सामने आए थे। बाद में एक लाख के इनामी सद्दाम को बरेली एसटीएफ ने दिल्ली से अरेस्ट किया था। बरेली पुलिस की जांच में आया कि कि अभी तक एक फॉर्च्यूनर गाड़ी सद्दाम की पता चली है।प्रयागराज में प्लॉट भी खरीदे गए हैं। इन जमीनों के कागजात की पुलिस जांच कर रही है। अतीक और अशरफ की हत्या हो चुकी है। अशरफ का साला सद्दाम बदायूं जेल में है। सद्दाम के अलावा गिरोह में 10 सदस्य और शामिल हैं इनमें लल्लागद्दी, प्रॉपर्टी डीलर फरहद उर्फ गुड्डू, फुरकान भी शामिल हैं इनकी भी संपत्तियों की जांच चल रही है।