कानपुर। हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ से सबक लेते हुए कानपुर पुलिस और परमट स्थित आनंदेश्वर मंदिर प्रबंध कमेटी ने मंथन कर भगवान शंकर के दर्शन का समय बढ़ा दिया है। आरती, शयन और भोग के समय में कटौती की गई है। पहले सोमवार पर इस व्यवस्था को लागू किया गया था। बेहतर परिणाम आने के बाद अब पांचों सोमवार को यह व्यवस्था रहेगी। इसके तहत रविवार रात 11 बजे पट बंद होंगे और 12:50 बजे खुल जाएंगे। पहले ढाई बजे खुलते थे। परमट स्थित आनंदेश्वर मंदिर में आम दिनों में भक्तों की भारी भीड़ रहती है। सावन में भक्तों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। सावन के सोमवार के दिन भोले बाबा के दर्शनों के लिए रविवार रात से भक्तों की लंबी लाइन लग जाती है। इसके बाद जैसे ही मंदिर का पट खुलता है, भक्तों में दर्शन को लेकर होड़ मच जाती है। भीड़ नियंत्रित करने और बाबा के दर्शन को सुविधाजनक बनाने के लिए पुलिस-प्रशासन ने आनंदेश्वर मंदिर कमेटी के साथ बातचीत की। रविवार रात पहली बार हरिद्वार से आनंदेश्वर मंदिर पहुंचे जूना अखाड़ा श्रीमंहत हरि गिरी महाराज से एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार ने बात की। प्रस्ताव रखा कि अगर भगवान शंकर की शयन, आरती और भोग का समय कम कर दिया जाए, तो भक्तों को दर्शन का समय ज्यादा मिलेगा और भक्तों की भीड़ का दबाव कम होगा। श्रीमहंत हरि गिरी महाराज ने मंदिर कमेटी के लोगों से बात की। इसके बाद भगवान के शयन, आरती और भोग का समय कम करने पर सहमति बन गई। मंदिर के गृर्भगृह में भक्तों की भीड़ एकत्रित न हो, इसलिए सेवादारों के साथ ही चार जगह पुलिस कर्मियों को मुस्तैद किया गया है। पुलिस की इस कवायद का असर सोमवार को दिखाई भी दिया और भक्त आसानी से भोले बाबा के दर्शन करते रहे। एसीपी ने बताया कि सामान्य दिनों में आंनदेश्वर मंदिर के पट रात 11 बजे से 2ः30 तक बंद रहते हैं। यह भगवान के लिए शयन, भोग और आरती का समय होता है। नई व्यवस्था के तहत सावन के सोमवार के चलते रविवार रात 11 बजे मंदिर के पट बंद होंगे, लेकिन उन्हें 12:50 बजे खोल दिया जाएगा। सवा घंटे तक चलने वाली आरती अब 45 मिनट में पूरी होगी।