बरेली,मोहर्रम की नौवीं तारीख की रात को मलूकपुर स्थित पूर्व पार्षद मरहूम मोहम्मद नासिर की गली में मोहम्मद शुऐब की ओर से जियारत के लिए रखे गए नक्शा-ए- हरम को देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। दूरदराज के इलाकों से भी लोग पहुंचे। पूरी रात मजमा लगा रहा। लकड़ियों पर खास कारीगरी से बनाया गया यह नक्शा पूर्व पार्षद मरहूम मोहम्मद नासिर के परदादा हाजी अमीर उल्लाह ने अपने दौर में बनाया था। तब इसे 1937 में पहली बार नौ मुहर्रम की रात में सजाया गया था। उसी समय से यह पुश्तैनी सिलसिला लगातार जारी है और आज चौथी पीढ़ी के लोग खाना-ए-काबा के नक्शे के रोज़े की ज़ियारत करा रहे है। नक्शा-ए-हरम देखने के लिये बरेली हज सेवा समिति के पम्मी खान वारसी, हाजी ई.अनीस अहमद ख़ाँ आदि पहुँचे,हाजी ई.अनीस अहमद ख़ाँ ने कहा कि बरेली वासियो के लिये यह एक नायाब तौफा है हम सब अल्लाह से हज़रत इमाम हुसैन के वसीले से दुआ मांगी कि हर मोमिन को हाजी बना दे।