लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा और विधान परिषद का मानसून सत्र 29 जुलाई से प्रारंभ होगा। हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की गई है, पर तैयारियां इसी तिथि को ध्यान में रखकर की जा रही हैं। उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक, सत्र 4-5 दिन चलेगा। आगामी मानसून सत्र में जहां विपक्ष किसानों, बेरोजगारी और जातीय जनगणना के मुद्दे पर आक्रामक रहेगा, वहीं सत्ता पक्ष भी विशेष रणनीति के तहत उतरेगा।लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद यह पहला सत्र है। इन चुनावों में सपा को 37 सीटें मिली हैं। निश्चित ही इसका असर सदन में देखने को मिल सकता है। विपक्ष इस सत्र में हमलावर दिख सकता है। अखिलेश यादव अभी तक सदन में नेता प्रतिपक्ष थे। बीते लोकसभा चुनाव में वह कन्नौज सीट से सांसद चुन लिए गए हैं। साथ ही उन्होंने करहल ही अपनी सीट से इस्तीफा भी दे दिया है। सपा ने अभी तक अपना नेता प्रतिपक्ष नहीं चुनाव है। सदन के शुरू होने के पहले नेता प्रतिपक्ष का चुनाव होना भी बाकी है। इधर दिल्ली में मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। इस सत्र में आगामी बजट भी पेश किया जाएगा। यह सत्र हंगामेदार रहने की उम्मीद है।