बदायूँ। गंगा एक्सप्रेसवे के दूसरी तरफ करीब अंडरपास रास्ता बनाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सोमवार को जिलाधिकारी के नाम एक्स्ट्रा मजिस्ट्रेट मोहित कुमार को ज्ञापन सौंपा । चेतावनी दी कि सुनवाई नहीं हुई तो आमरण अनशन करेंगे। मेरठ से प्रयागराज तक जाने वाले गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य चल रहा है । गांव वनकोटा से आंवल को जाने वाले पीडब्ल्यूडी सड़क मार्ग से कई 25 गांव के ग्रामीणों का रास्ता जाता है । इसको निर्माणधीन कम्पनी द्वारा रास्ता बन्द कर सड़क से लगभग 170 मीटर दूर अंडरपास बनाया है गांव महेरा , टिकुरी , पुन्नापुर, बरौर को जाने वाला रास्ता बन्द होने से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । पूर्व में ग्रामीणों ने यहां पर अंडरपास की मांग को लेकर अधिकारियों को प्रार्थनापत्र दिया था लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इससे आक्रोशित ग्रामीणों का आरोप है अगर अंडरपास नहीं बनाया गया तो एक्सप्रेसवे निर्माण स्थल पर टेंट लगाकर अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया जायगा । जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी । अन्नू एडवोकेट, राजेन्द्र वघेल एडवोकेट, जगतपाल, अजीत कुमार, प्रेमपालसिंह, वलवीर सिंह, रामभरोसे लाल, अमरपाल, जयसिंह , लालसिंह, पानसिंह आदि ने बताया 20 जून को जिलाधिकारी को दिए गए पत्र में बताया गया था ग्रामीणों को गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू होने से बदायूँ मुरादाबाद हाईवे मार्ग तक जाने वाला रास्ता बंद हो गया है। इससे एक्सप्रेसवे के दूसरे तरफ से आने जाने में मुश्किल हो जाएगा। ग्रामीणों ने कहा कि अंडरपास नहीं बना तो उनके परिवार की महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा । चेतानवी दी कि मांग पूरी न हुई तो ग्रामीण आमरण अनशन करेंगे। पिछले दिनों जांच में पहुंची एसडीएम बिसौली कल्पना जयसवाल एवं तहसीलदार की गाड़ी को गांव की महिलाओं अंडरपास बनाने की मांग को लेकर रोका था ।