होमगार्डो ने की चौकीदार की पिटाई, इंसाफ के लिये उतरें कई संगठन

बरेली। नवाबगंज के तहसील परिसर में चौकीदार की जमीन पर गिरा कर पिटाई के बाद दोनों होमगार्ड के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई और उसके बाद उनको जमानत पर रिहा कर देनें को लेकर मामले नें तूल पकड़ लिया है। इसको लेकर हिंदूवादी संगठन समाजवादी अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ बरेली के महानगर अध्यक्ष सुनील सागर , भारत रत्न बोधिसत्व बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के अध्यक्ष रनवीर सिंह , अखिल भारतीय कठेरिया समाज के जिला अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप सिंह , समाजवादी बाबा साहब अंबेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेंद्र सोनकर मैदान में उतर आए हैं। सभी संगठनो ने महामहिम राज्यपाल को संबोधित जिलाधिकारी कार्यालय में प्रशासनिक अधिकारी को दिया ज्ञापन दिया। बीते मंगलवार थाना नवाबगंज में चौकीदारी अपनी फर्द लेने के लिए तहसील गया था। तभी दो होमगार्ड गेट पर खड़े थे। उनकी चौकीदार से वोट को लेकर बहस हुई जिसमें होमगार्ड नें कहा कि पैसे भी लेते हो, फ्री का गल्ला भी लेते हो। वोट किसी और को। इसी को लेकर दोनों ने चौकीदार को पकड़ लिया और बुरी तरीके से पिटाई करने लगे जिसका वीडियो वायरल हुआ वायरल वीडियो का संज्ञान लिया गया और दोनों होमगार्ड का शांति भंग में चालान कर दिया गया। उसके बाद दोनों को ज़मानत दे दी गई।

हिंदूवादी संगठन के रमेश चंद्र का आरोप है जिस तरह से चौकीदार के साथ मारपीट की गई और उसके बाद मामला संज्ञान में आने पर दोनों आरोपियों के खिलाफ मामूली सी रिपोर्ट दर्ज की गई और उसके बाद मामले को रफा -दफा करके प्रशासन द्वारा दोनों आरोपियों से ड्यूटी करा रहा है यह कहा का न्याय है । हिंदूवादी संगठनों का कहना था कि जिस तरह उनको तहसील परिसर में पीटा गया। प्रशासनिक अधिकारियों ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। एक सरकारी कर्मचारियों द्वारा दूसरे सरकारी कर्मचारियों को इस तरह पीटना नियम के विरुद्ध है जबकि 1972 अधिनियम के तहत किसी भी व्यक्ति पर इस तरह का अत्याचार करना कानून के विरुद्ध है। जिसमें सात साल की सज़ा है। एफआईआर में एससी,एसटी एक्ट के तहत आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की गई है। जिसको लेकर संगठनों में रोष है। आरोपियों खिलाफ कार्रवाई की जाए वरना हिंदूवादी संगठन प्रदर्शन पर आमादा रहेंगे।