कवि और गीतकार डा. कुंवर बेचैन का कोरोना से निधन
बदायूं। हिंदी साहित्य के बड़े कवि और गीतकार डा. कुंवर बेचैन का आज कोरोना के कारण दुखद निधन हो गया है। हिंदी साहित्य के गीत शिरोमणि और बहुत जिदादिल, सरल ह्द इंसान श्री कुंजर बेचैन के दुखद निधन पर बदायूँ क्लब एवं डॉ उर्मिलेश जनचेतना समिति के सचिव डॉ अक्षत अशेष ने दुख व्यक्त किया है ,

उन्होंने बताया कि श्री कुंवर बेचैन का उनके पिता के करीबी दोस्त थे, बदायूं अनेक बार बदायूं उनके पिता स्व. डा उर्मिलेश के निमन्त्रण पर विगत 50 वर्षो बदायूं आ चुके हैं। दो वर्ष पहले डा सोनरुपा विशाल की पुस्तक के विमोचन और कवि सम्मेलन में वो अंतिम बार बदायूं आये थे। एक साल पहले डा उर्मिलेश के पुण्यतिथि पर बनी श्रद्धांजलि वीडियो में भी उन्होंने अपनी स्मृतियों को याद करा था। बदायूँ महोत्सब में वर्ष 2008 में उन्हें डा उर्मिलेश की स्मृति में गीत श्री सम्मान से भी सम्मानित किया गया था, वे हिंदी गीत विधा के वरिष्ठ गीतकार थे, वे अपने गीतों की विशेष शैली, व्यक्तित्व और बोलने के सरल लहज़े के कारण भी चर्चित थे। बदायूं के लोग उन्हें बहुत चाहते हैं, उनकी कमी आने वाले समय में पूरी नहीं की जा सकती। अफसोस करोना ने एक बडे कवि को हमसे छीन लिया। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें और परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति।
