कानपुर। में सीएसए से बर्रा-आठ तक मेट्रो ट्रैक बिछाने के लिए 734 पेड़ काटे जाएंगे। सर्वाधिक पेड़ शास्त्री चौक से बर्रा-आठ तक की सघन ग्रीनबेल्ट में कटेंगे। वहां बरगद, पीपल, नीम, पाकड़ आदि पेड़ लगे हैं। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने इसके लिए नगर निगम से अनुमति मांगी है।हालांकि इससे पहले डबल पुलिया चौराहे से विजयनगर चौराहे तक ग्रीनबेल्ट में लगे 100 से ज्यादा पेड़ मेट्रो बिना अनुमति काट चुका है। यूपीएमआरसी ने कॉरिडोर-2 (सीएसए से बर्रा-8 तक) में भूमिगत सेक्शन में निर्माण शुरू कर दिया है। आठ किलोमीटर लंबे कॉरिडोर-2 का लगभग आधा हिस्सा भूमिगत है। इसमें बनने वाले तीनों भूमिगत मेट्रो स्टेशनों (रावतपुर, काकादेव, डबल पुलिया) का निर्माण शुरू हो गया है। डबल पुलिया से विजयनगर, शास्त्री चौक, बर्रा-7 और बर्रा-8 एलिवेटेड मेट्रो स्टेशनों और रूट के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया अंतिम चरण में है।इसी बीच मेट्रो ने इस रूट में लगे पेड़ चिह्नित कर उनकी मोटाई का आकलन किया है। यूपीएमआरसी के मुख्य परियोजना प्रबंधक-3 अजहर सरताज ने नगर निगम के उद्यान अधीक्षक वीके सिंह से विजयनगर से बर्रा-8 तक मेट्रो निर्माण कार्य के लिए 734 पेड़ काटने की अनुमति मांगी है।इससे पूर्व डबल पुलिया चौराहे से विजयनगर चौराहे तक ग्रीनबेल्ट में लगे पेड़ों को मेट्रो ने काट दिया था। ग्रीनबेल्ट के पेड़ों पर स्वामित्व नगर निगम का था, पर अनुमति नहीं ली गई। नगर निगम के उद्यान अधीक्षक वीके सिंह ने बताया कि इस संबंध में कोई अनुमति नहीं मांगी गई थी।सड़क चौड़ीकरण, विकास कार्य आदि के लिए पेड़ काटा जाता है तो नियम यह है कि जो विभाग इन्हें काटेगा, उससे 10 गुना ज्यादा पेड़ लगवाएगा। पेड़ वह विभाग स्वयं लगवाकर रखरखाव कर सकता है या यह कार्य वन विभाग आदि से करा सकता है। बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर एनजीटी की तरफ से भी इस संबंध में सख्त निर्देश दिए गए हैं।