परौली में काव्य गोष्ठी में साहित्यकारों का हुआ सम्मान

बिल्सी परोली गांव में एक सम्मान समारोह आयोजित किया जिसमें गोला गोकर्णनाथ से लौटकर आये सभी साहित्यकारों का सम्मान किया गया जिन्होंने बदायूं का नाम रोशन किया है गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराके जिससे पूरा बदायूं जनपद गौरवान्वित महसूस कर रहा है
कार्यक्रम छोटे मंदिर में आयोजित किया गया जिसमें अध्यक्ष श्री विष्णु असावा वरिष्ठ साहित्यकार बिल्सी रहे साथ ही मुख्य अतिथि श्री सुधीर मिश्रा डीजीसी बदायूं रहें |
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई अचिन मासूम ने शारदे की वंदना पढ़ी |
विष्णु असावा ने कहा –
कोरोना तो रक्तबीज सम सांसों से जिसका उपगम
घर में चीत्कार हो रहा खत्म हुई सारी सरगम
अचिन मासूम ने पढ़ा _
ज़मीं पर आसमां को भी झुकाना जानते हैं हम
लहू निज देश की खातिर बहाना जानते हैं हम
सुनील शर्मा ने कहा –
जिनकी दम से आज भी हो रहा रोशन वतन है
जिनकी दम से मुस्काता महकता अमन चमन है
ओजस्वी कवि षटवदन शंखधार ने चुनाव को लेकर एक गीत पढ़ा….
पांच साल के बाद नेताजी आज द्वार पर आये है
गली- गली में देखो कितने पोस्टर यहां चिपकाये है
शैलेन्द्र मिश्रा ने कहा –
दिल में एक हसरत पाले हैं
खुद को मुश्किल में डाले हैं
अशोक कुमार दुबे ने कहा —
मां तुम्हारा ही विश्वास है मुझे
तू ही मेरी नाव पार लगायेगी
हर्ष मिश्रा ने कहा –
रखती है मां सबकी हर पल खबर
मां के रहते ना आती है विपदा नजर
प्रेम दक्ष बिल्सी ने कहा –
आंख में काजल होंठ पर लाली उम्र है तेरी वारी
जिगर का इंजन धक धक बोले तीर चले ना खाली
कार्यक्रम संयोजक आकाश पाठक ने सभी साहित्यकारों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया और कहा कि आप सब ऐसे ही बदायूं का नाम रोशन करते रहो साथ ही डीजीसी सुधीर मिश्रा को भी सम्मानित किया गया |
कार्यक्रम शाम तक चलता रहा श्रोताओं से पूरा हाल भरा रहा लोगों ने कविताओं को खूब मन से सुना और बधाई शुभकामनाएं दी
कार्यक्रम में सुभाष पाठक, सुधीर गोले, रत्नेश , उर्मिलेश ,शीशबिनदु, जितेंद्र कुमार,गौरव शर्मा, विपिन होती, सुबोध पाठक,शालू उपाध्याय, अमित तिवारी, आशीष , मुनीश , अमित पाठक आदि उपस्थित रहे |कार्यक्रम में रामरक्षपाल मिश्रा जी ने सभी आमंत्रित साहित्यकारो का आभार धन्यवाद ज्ञापित किया और भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों का कराने के लिए आश्वासन भी दिया