बाबा इन्टरनेशनल स्कूल के छात्र कृष्णा उपाध्याय ने प्राप्त की राष्ट्रीय स्तर पर 6वीं रैंक
श्री राम चन्द्र मिशन, हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट एवं संयुक्त राष्ट्र सूचना केंद्र (भारत एवं भूटान) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ “हार्टफुलनेस निबंध लेखन कार्यक्रम”
बिल्सी। आज बाबा इन्टरनेशनल के छात्र के राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता जीतने की खुशी में पूरे विद्यालय द्वारा शुभकामनायें दी गई। विद्यालय के कक्षा 12वीं के छात्र कृष्णा उपाध्याय ने श्री राम चन्द्र मिशन, हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट एवं संयुक्त राष्ट्र सूचना केंद्र (भारत एवं भूटान) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित “हार्टफुलनेस निबंध लेखन कार्यक्रम-2020” में अंग्रेजी माध्यम के निबंध लेखन में राष्ट्रीय स्तर पर 6वीं रैंक प्राप्त की। हार्टफुलनेस निबंध लेखन कार्यक्रम पिछले कई वर्षों से संयुक्त राष्ट्र सूचना केंद्र और श्री राम चंद्र मिशन के बीच साझेदारी का प्रमुख कार्यक्रम रहा है। जिसका उद्देश्य छात्र छात्राओं में मूल्य आधारित आध्यात्मिक शिक्षा को प्रदान करना है।
राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित यह निबंध लेखन कार्यक्रम दो श्रेणी में विभाजित किया गया था। जिसमे श्रेणी-1 में कक्षा 9 से 12 तथा श्रेणी-2 में स्नातक एवं स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों को प्रतिभाग करना था। श्रेणी-1 के लिए प्रतियोगिता का विषय “वैचारिक प्रदूषण- सभी बुराइयों का मूल कारण” रखा गया था। इस कार्यक्रम में 30000 से अधिक संस्थानों के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया था।
विद्यालय डायरेक्टर एवं नगर पालिका अध्यक्ष अनुज वार्ष्णेय, विद्यालय प्रधानाचार्या रूपा माहेश्वरी एवं हार्टफुलनेस ट्रेनर अनुज सक्सेना ने विजयी छात्र को हार्टफुलनेस के विश्व मुख्यालय कान्हा शांतिवनम हैदरावाद द्वारा भेजी गयी ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।
विद्यालय चेयरमैन नरेन्द्र बाबू वार्ष्णेय ने विजयी छात्र को बधाई दी तथा अन्य विद्यार्थियों को साथी से प्रेरणा लेकर भविष्य में अपना सर्वोच्च देने के लिए प्रयासरत रहने को कहा।
विद्यालय डायरेक्टर एवं नगर पालिका चेयरमैन अनुज वार्ष्णेय ने कहा कि शिक्षा हमें अपनी शारीरिक और बौद्धिक क्षमताओं को उनके अनुकूलतम स्तर तक विकसित करने में मदद करती है, और हमें प्रतिस्पर्धी दुनिया में पनपने के लिए तैयार करती है।
हार्टफुलनेस ट्रेनर अनुज सक्सेना ने कहा कि कृष्णा उपाध्याय ने राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार जीत कर विद्यालय का मान बढाया है। विद्यार्थियों को स्कूली शिक्षा के साथ अतिरिक्त ज्ञान दिलाने के लिए ऐसी प्रतियोगिता का आयोजन जरूरी है।
प्रधानाचार्या रूपा माहेश्वरी ने विजयी छात्रा को बधाई दी और उसके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि इससे अन्य विद्यार्थियों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए ताकि वे भी अपने विचारों को अच्छी प्रकार अपने शब्दों को अभिव्यक्त कर पाएं।
विद्यालय प्रशासक उत्कर्ष सक्सेना ने विद्यार्थियों से कहा कि हमें फल की इच्छा किये बिना लगातार प्रयास करते रहना चाहिए। प्रयास करने वाले को सफलता अवश्य मिलती है।
इस अवसर पर विजयी छात्र के पिता राजीव उपाध्याय एवं समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।