गट को हिन्दी में आंत कहते हैं। गट (आंत) के हेल्थ से हमारा पूरा शरीर प्रभावित होता है। अक्सर यह देखा गया है कि शरीर के किसी भी हिस्से में होने वाली बीमारियों का कारण आपका अनहेल्दी गट ही है। यहां तक कि 80 से 90 फीसदी तक होने वाली बीमारियां हमारे गट (आंत) में होने वाली गड़बड़ी की वजह से ही होती हैं। गट न केवल हमारे पाचन तंत्र बल्कि हमारे मस्तिष्क को भी प्रभावित करता है। अगर आपका गट (आंत) स्वस्थ हैं, तो आपका पाचन तंत्र स्वस्थ है तभी आपका मन मस्तिष्क भी स्वस्थ रहेगा और आप अपनी जिंदगी खुलकर जी सकेंगे। हमारे गट में दो तरह के बैक्टीरिया पाए जाते हैं, एक है गुड बैक्टीरिया तो दूसरा है बैड बैक्टीरिया। गुड बैक्टीरिया हमारे आंतों में बैड बैक्टीरिया की तुलना में अधिक मात्रा में पाए जाते हैं तभी हम स्वस्थ रहते हैं। लेकिन जब हमारे आंतों में बैड बैक्टीरिया की अधिकता हो जाती है तब हमें बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। तो आइए जानतें हैं कि कैसे हम अपने शरीर में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाकर अपने आप को स्वस्थ रख सकते हैं। बिना बीज वाला स्वाद में कुछ खट्टा मीठा सा यह फल गुणों से भरपूर होता है। इस फल को खाने से कब्ज़ दूर होने में मदद मिलती है। ये फल गट (आंतों)में जमा गन्दगी को निकालता है और कब्ज की समस्या से निजात दिलाता है। हरी पत्तेदार सब्जियों में फाइबर की मात्रा भरपूर होती है। इसके दैनिक सेवन से गट (आंतों) में मौजूद गुड बैक्टीरिया को बढ़ाकर गट को हेल्दी रखा जा सकता है। इसलिए इनका नियमित सेवन करना बेहद जरूरी है। अपने गट हेल्थ को हमेशा मजबूत बनाए रखने के लिए अपने डाइट में प्रोबायोटिक्स फूड जैसे–दही,छाछ औऱ दही से बनी चीजों का सेवन जरूर करना चाहिए। इसके अलावा होममेड हेल्दी ड्रिंक्स जैसे डीटॉक्स वाटर,जीरे का पानी और हर्बल टी को अपने रोजमर्रा के जीवन शामिल करना चाहिए।तला भुना खाने से परहेज करना चाहिए। हमेशा फाइबर युक्त खाने को ही अपने डाइट में शामिल करना चाहिए।