बदायूँ। जिलाधिकारी दीपा रंजन ने टीकाकरण के लिए लाभार्थी को बेटे द्वारा गोद में टीकाकरण केंद्र के भीतर लाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि स्ट्रेचर एवं व्हीलचेयर चिकित्सालयो के गेट पर रहे। कोई भी मरीज वै लाभार्थी गोदी मैं नहीं लाया जाएगा। चलने में असमर्थ मरीज को व्हीलचेयर अथवा स्ट्रेचर से चिकित्सालय में लाया जाए। इसके लिए चिकित्सा द्वार पर कर्मी तैनात किए जाएं जो ऐसे मरीजों के आने पर तुरंत स्ट्रेचर अथवा व्हीलचेयर में बैठा कर चिकित्सालय में लाएं। डीएम ने लेबर रूम में जाकर धात्री माताओं से उनका हाल जाना एवं चिकित्सालय द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। डीएम ने पूछा कि समय से भोजन मिल रहा है या नहीं, यहां आने के लिए एंबुलेंस मिली या नहीं। डीएम ने कहा कि जननी सुरक्षा योजना अंतर्गत ग्रामीण लाभार्थियों को 1400 रुपए एवं शहरी लाभार्थियों को 1200 रुपए की धनराशि उनके खाते में पहुंचाने का प्रावधान है, जिसे समय से लाभार्थी के खाते में भिजवाया जाए। चिकित्सालय में बेडशीट गंदी देख नाराजगी जताई है। डीएम ने निर्देश दिए हैं कि बेड शीट नियमित रूप से बदली जाए, साफ सफाई का विशेष ख्याल रखा जाए। चिकित्सक समय से बैठकर मरीजों को देखें स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया जाए लापरवाह कर्मचारियों के प्रति कार्रवाई की जाए।