बदायूँ में विश्व कविता दिवस की शाम गीतकार संतोष आनन्द के नाम रही
बदायूँ| दिन 21 मार्च। विश्व कविता दिवस। प्रसिद्घ संगीतकार ख्वाजा खुर्शीद अनवर औऱ शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्ला खान का जन्मदिन। ऐसे खास दिन कवियत्री सोनरूपा विशाल ने वयोवृद्ध गीतकार संतोष आनन्द के लिये विशुद्ध गीतों की शाम सजाई। लिहाजा यह तारीख भी इतिहास में दर्ज हो गई।
कई ऐसी वजह जो अनकही रहना सम्मानजनक होती है। निस्वार्थ भाव से आचमन कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह हुआ। इसी वजह से यह सदियों तक याद रखा जाएगा। का।होटल कंट्री इन में आयोजित इस काव्य समारोह में देश के दिग्गज कवि जुटे।
विशुद्ध कविता के लिये प्रतिबद्ध इस आयोजन में 51 हज़ार की राशि का प्रथम ‘आचमन सम्मान’ विख्यात गीतकार संतोष आनंद को प्रदान किया गया। देश और विदेश में हिंदी भाषा के प्रचार और प्रसार में निरन्तर संलग्न संस्था दिल्ली से संचालित ‘तीखर’ के प्रवीण अग्रहरि को भी सम्मानित किया गया।मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री संकल्प शर्मा,मुख्य विकास अधिकारी सुश्री निशा अनन्त,नगरपालिका अध्यक्षा श्री मती दीपमाला गोयल रहीं।
सम्मान समारोह के बाद एक शानदार कविसम्मेलन का आग़ाज़ हुआ। फर्रुखाबाद से पधारे सुप्रसिद्ध कवि श्री शिवओम अम्बर के संचालन में बाराबंकी से गीतकार गजेंद्र प्रियांशु,बिल्सी से श्री नरेन्द्र गरल, लखनऊ से संध्या सिंह,गाज़ीपुर से रश्मि शाक्य चन्दौसी से चराग़ शर्मा को एक से एक गीतों और ग़ज़लों से श्रोताओं को दाद पर दाद देने के लिए मजबूर कर दिया।
रश्मि शाक्य ने कहा-
लगते हैं फूलों के जैसे, लेकिन चिंगारी होते हैं।
लाएं उतना धैर्य कहाँ से, जितना वे तारी होते हैं।
अगर निभा न हम पाए तो तड़प-तड़प कर मर जायेंगे,
हमसे कोई वचन न मांगो, वचन बड़े भारी होते हैं।।
चन्दौसी से आये युवा शायर और इस दिनों देश विदेश में अपनी शायरी से धूम मचाने वाले चराग़ शर्मा को हर शेर पर वाह वाही मिली।उन्होंने कहा-
हाए ये फूल से चेहरे कि ख़ुदा जानता था
एक दिन कैमरा ईजाद किया जाएगा
गजेंद्र प्रियांशु अपने चुटीले अंदाज़ और अद्भुत गीतों से अद्भुत प्रस्तुति देने के लिए जाने जाते हैं।
उनकी हर पँक्ति श्रोताओं के दिल पर लगी।
उन्होंने कहा-
सब कुछ खोकर मैंने केवल इतना पाया प्यार में
रात रात भर तुमको गाया सुबह छपे अख़बार में
लखनऊ से आईं संध्या सिंह दोहों,नवगीतों की सशक्त हस्ताक्षर हैं।स्त्री स्वाभिमान से जुड़ी उनकी कविताएँ हर स्त्री की आवाज़ प्रतीत होती हैं।उन्होंने कहा-
पिंजरे में साँसे घुटें,चिड़िया करे गुहार l
मुझे गगन की शर्त पर , हर जोखिम स्वीकार ll
बदायूँ की सरजमीं का एक भाग कस्बा बिल्सी है।वहाँ से अपने मधुर गीतों की गूँजन लेकर आये गीतकार श्री नरेंद्र गरल के गीत हर ह्रदय रससिक्त हो गया।उन्होंने कहा-
लिए शाकल्य फिरते हैं
हवन करके दिखा देंगे
व्यथाओं की कुटी नृप का
भवन करके दिखा देंगे
डॉ शिवओम अम्बर अपनी साहित्यिक प्रतिबद्धता के लिए सुपरिचित हैं।उन्हें ख़ूब मन से सुना गया।उन्होंने कहा-
आरसी जब भी शरीफों को दिखाई है
अक्षरों के वंशजों ने चोट खाई है
लेखनी होगी तुम्हारी दृष्टि में मित्रो!
हाथ मे गंगाजली हमने उठाई है।
अंत में जब गीतकार संतोष आनंद ने माइक हाथ में लिया तो पूरा वातावरण गीतमय हो गया।उनसे एक के बाद एक प्रसिद्ध गीतों की माँग होने लगी।इक प्यार का नग़मा है ,ज़िन्दगी की न टूटे लड़ी,जैसे कई गीत देर तक हॉल में गूँजते है।श्रोता भी उनके साथ साथ झूमे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि आई जी संकल्प शर्मा ने कहा कि जहाँ आजकल लोग हास्य कवि सम्मेलन को ही सफलता की गारंटी मानने लगे हैं ऐसे में इस तरह का साहित्यिक आयोजन आयोजन नहीं साहित्यिक अनुष्ठान है।इस दिशा में अगर इसी तरह से प्रयास किये जायें तो कवि सम्मेलन के मंच पुनः वही पुराना गौरव मिल जाये।इस प्रयास के लिए उन्होंने डॉ. सोनरूपा को बधाई और शुभकामनाएँ दीं।
काव्य समारोह का प्रारंभिक संचालन डॉ.अक्षत अशेष ने किया।डॉ सोनरूपा ने आचमन कार्यक्रम के उद्देश्यों को एक उद्बोधन के माध्यम से सबके साथ साझा किया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत,नगर पालिका अध्यक्ष दीपमाला गोयल,पुलिस क्षेत्राधिकारी विनय कुमार द्विवेदी, कोतवाल जसवीर सिंह,पूर्व विधायक प्रेमस्वरूप पाठक,जिला अध्यक्ष अशोक भारतीय, जिला उपाध्यक्ष शारदेंदु पाठक,डॉ गोपाल मिश्रा, सतीश चंद्र मिश्रा, डॉ भास्कर शर्मा, डॉ उमेश गौड़, सुबोध गोयल,अनूप रस्तोगी,रजनी मिश्रा, टिल्लन वर्मा,राम प्रकाश आहूजा,ज्योति मेंहदीरत्ता,शोभित वैश्य,जिला महामंत्री शारदाकान्त जी,श्याम जी शर्मा, नितिन गुप्ता,विपिन अग्रवाल, अनूप रस्तोगी,वीरेंद्र धींगड़ा, कुलदीप,अंगार,मधुकर मिश्रा,महेश मित्र,डॉ एम एस अग्रवाल, डॉ शुभ्रा माहेश्वरी, डॉ इशहाक तबीब,श्याम जी शर्मा, डॉ खिज़र अहमद,शुशील धींगड़ा, रविन्द्र मोहन सक्सेना,हरि अग्रवाल, नरेश चंद्र शंखधार, डॉ सौरभ शंखधार,राजीव गुप्ता,ज्वाला प्रसाद गुप्ता,डॉ सुधाकर आशावादी,डॉ उपदेश शंखधार,डॉ प्रशांत कोहली,डॉ बी एन शुक्ला,डॉ संतोष कुमार सिंह, डॉ रवि भूषण पाठक, डॉ सत्यम मिश्रा,डॉ मुजाहिद नाज़, डॉ अमित वैश्य,पंकज शर्मा, रमेशचंद्र वैश्य,राहुल चौबे,ज्ञानानंद पांडेय,नवनीत रस्तोगी,गौरव गर्ग,आशीष सिंघल, सुभाष अग्रवाल, डॉ सरल चक्रवर्ती, डॉ रूपम सक्सेना, डॉ निशी अवस्थी, गुरुचरण मिश्र, अभिषेक अनंत, शराफ़त समीर,उसहैत चेयरमैन सैनरा वैश्य,पूर्व चेयरमैन गौरव गुप्ता गोल्डी,प्रतीश गुप्ता,अतुल गुप्ता,डॉ चक्रेश जैन,रुपेंद्र शाक्य,संजीव गुप्ता,राष्ट्रवादी पूर्णिमा गुप्ता,रजनीश शर्मा, सुनील गुप्ता,नितिन गुप्ता,संदीप शर्मा, राजन मेहंदी रत्ता,किशन शर्मा,ब्रजेश मिश्रा, रामौतार मिश्राप्रदीप शर्मा,कुमार आशीष,इक़वाल असलम,शैशव शंखधार, सुमित मिश्रा शम्भू,
उपस्थित रहे।अंत मे कार्यक्रम के आयोजक एवं संयोजक दम्पति विशाल रस्तोगी एवं सोनरूपा विशाल ने अतिथियों के सहयोग और उपस्थिति के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।