बरेली। बरेली क्लब मे रिटायर जिला जज बृजेश चन्द्र सक्सेना की पुस्तक “यह जो जीवन है” का विमोचन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महापौर डॉ उमेश गौतम, विशिष्ट अतिथि हाईकोर्ट के रिटायर जज सैयद वाईज मियां, नवगीतकार रमेश गोतम की उपस्थिति में हुआ। मुख्य अतिथि मेयर डॉ उमेश गौतम ने कहा कि हर व्यक्ति अपने जीवन में अपने कामों को करता हुआ परिवार के साथ भी एक जीवन को जीता है । हर कोई तो पुस्तक में अपने अनुभव लिख नहीं पाता लेकिन जज बृजेश जी ने अपने अनुभवों को समाज के सामने रखा। मित्रता दिवस पर आई उनकी पुस्तक “यह जो जीवन है” पर बृजेश चन्द्र जी एवम उनके परिवार को बधाई दी। विशिष्ट अतिथि हाईकोर्ट के रिटायर जज सैयद वाईज मियां ने कहा कि जज तो अक्सर कानून की ही किताबें लिखते हैं लेकिन बृजेश चन्द्र सक्सेना ने अपनी पुस्तक लिख कर अच्छा काम किया है। नवगीतकार रमेश गौतम ने पुस्तक “यह जो जीवन है” की व्याख्या कर हुए बृजेश चंद्र सक्सेना के लेखन की खूबियों को बताया कि पुस्तक किस प्रकार समाज के लिए उपयोगी है। कर्नल अभय स्वरूप, साहित्यकार डॉ राजेश शर्मा, बरेली कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ अनुराग भटनागर ने जज बृजेश चन्द्र सक्सेना के इस पुस्तक लेखन वाले प्रयास की सराहना की। रिटायर जज बृजेश चन्द्र सक्सेना ने अपनी इस पुस्तक “यह जो जीवन है” में अपने परिवार और अपने न्यायायिक अनुभवों को जीवन दर्शन के साथ प्रस्तुत किया है। किताब के लेखक जज बृजेश चन्द्र सक्सेना ने इस किताब की लेखन प्रक्रिया से सभी को परिचित कराया। बताया की इस पुस्तक को लिखने की प्रेरणा उनको नोयडा के इस्कान कृष्ण मंदिर में प्राप्त हुई। पति पत्नी के संबंधों का जीवन में क्या महत्वपूर्ण योगदान है इसको बृजेश सक्सेना ने प्रस्तुत किया है। निर्भय सक्सेना ने अपनी पुस्तक “कलम बरेली की = 3” जज बृजेश चन्द्र एवम जज सैयद वाईज मियां को भेट की। विमोचन कार्यक्रम का संचालन डॉ लवलेश दत्त ने किया। इस अवसर पर अभय स्वरूप, भूपेंद्र वर्मा, अंतरिक्ष सक्सेना, उप सभापति रस्तोगी जी सहित कई जज एवम एडवोकेट उपस्थित रहे।