बदायूं। मदर एथीना स्कूल में आज ‘अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस’ के अवसर पर प्रार्थना-ंउचयसभा में विद्यार्थियों को इसके बारे में बताया गया कि 20 जुलाई 1924 में पेरिस में ‘इंटरनेशनल चेस फेडरेशन’ की स्थापना हुई थी अतएव इसको तब से ‘अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। जिसे पहले “चतुरंगा” के नाम से जाना जाता था। इसके अलावा विद्यार्थियों ने कक्षा में शतरंज खेल कर उसमें अपनी रूचि एवं प्रतिभा का प्रदर्शन भी किया।विद्यालय की निदेशिका चयनिका सारस्वत ने बताया कि शतरंज एक मानसिक व्यायाम का खेल है। जिसके माध्यम से व्यक्ति की मानसिक क्षमता का विकास होता है और इस खेल के माध्यम से अपने भविष्य को भी उज्ज्वल बनाया जा सकता है। अतएव विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य को सुदृ-सजय़ एवं परिपक्व बनाने हेतु ऐसे खेलो का आयोजन भी अत्यंत आवश्यक है।