बदायू शहर के प्रवेशद्वार पर बसा नरक लोक,दो ग्राम पंचायतों की सीमा पर विकास कार्य तोड़ रहे दम

बदायूं। ग्राम पंचायत आरिफपुर नवादा और ग्राम पंचायत खेड़ा बुजुर्ग की सीमा पर दबंग प्रधानों ने आबाद किया नरक लोक।सैकड़ों परिवार नारकीय जीवन जीने को मजबूर, नरक लोक से भी बुरे हालात। पैदल निकलने को भी रास्ता नहीं,मामूली बारिश में घरों में घुसता पानी,बन जाता दलदल।दोनों दबंग प्रधान इस इलाके में न तो विकास कराते और न विकास होने देते। इलाके के लोगों का प्रधानों के खिलाफ गुस्सा बढ़ रहा,बना रहे आंदोलन का मन।यह इलाका बरेली मथुरा हाइवे पर शहर का है प्रवेशद्वार, शहर में घुसने से पहले होते हे नरक लोक के दर्शन। बदायूं शहर में बरेली से आते समय प्रवेश द्वार पर ग्राम पंचायत आरिफपुर नवादा और ग्राम पंचायत खेड़ा बुजुर्ग हे। दोनो ग्राम पंचायतों की सीमा का जो इलाका है उसी पर नरक लोक बसा हुआ है। दोनों प्रधानों ने आज तक लोगों की समस्याएं नहीं सुनी है। गांव वाले कहते हैं दोनो दबंग ग्राम प्रधान विकास कार्यों पर कुण्डली मारे बैठे हैं, इसी वजह से इस इलाके में अभी तक कोई भी विकास कार्य नही हुआ। गांव वाले तो यहां तक कहते हैं कि दोनो दबंग प्रधान खुद भी विकास कार्य कराते नही और नहीं विकास कार्य होने देते हैं। गांव वाले खुद रकम खर्च कर या श्रमदान से रास्ता सही कर ले, कच्ची सड़क बना ले, नाली बना ले तो प्रधान उसे तोड़फोड़ देते हैं। गांव वाले कहते हैं कि रास्ते पर नाले बहते हैं, पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। गलियों और रोड पर जलभराव रहता है। कल बरसात हो गई तभी रास्ते में पानी भर गया लोगों को निकलने में परेशानी होने लगी। यह रास्ता आरिफ पुर नवादा और खेड़ा बुजुर्ग दोनों में आता है । इस इलाके में मामूली बारिश में ही इतना जलभराव हो जाता है कि पानी घरों में घुस जाता है कई घंटे घरों के अंदर गंदा पानी भरा रहता है, घर के बाहर दलदल बना रहता हे। गांव वाले कहते हैं कि दोनों प्रधान ही इस समस्या का समाधान कर सकते हैं ।ग्राम पंचायत आरिफपुर नवादा के प्रधान बाबर आलम है और ग्राम पंचायत खेड़ा बुजुर्ग के प्रधान चुनने मियां है लोगों का कहना है कि यह दोनों प्रधान किसी की नहीं सुनते। हम लोग इनके पास जाते हैं और यह टालमटोल कर देते हैं कह देते हैं की नाले बनवा देंगे और सीसी भी डलवा देंगे मगर आज तक कोई भी काम नहीं कराया है। इस इलाके के लोगों को मौलिक सुविधाएं तक नसीब नही हो रही हैं। बदायूं से उपेंद्र शर्मा की रिपोर्ट