शादी के मंडप में अचानक हुआ ऐसा कि मातम में बदली खुशियां

सोनभद्र। मझौली गांव में शुक्रवार सुबह शादी के मंडप में दुल्हन के फूफा की मौत हो गई। मंडप में अचानक तबीयत बिगड़ने से वह जमीन पर गिरे और कुछ ही देर में उनकी जान चली गई। घटना के बाद शादी की खुशियां मातम में तब्दील हो गईं। परिजन शव लेकर गांव चले गए।
मझौली गांव के ग्राम प्रधान शरद पनिका के बड़े भाई जमुना पनिका के बिटिया की गुरुवार को शादी थी। इसमें शामिल होने के लिए उनके बहनोई संग्राम प्रसाद (40) निवासी सुलसुली जिला बलरामपुर छत्तीसगढ़ भी आए थे। पिछले तीन दिनों से वह शादी की हर रस्म में उत्साह से शामिल हो रहे थे। गुरुवार रात बरात पहुंचने पर उनकी खूब खातिरदारी भी की।
जयमाल के बाद मंडप में शादी की रस्में शुरू हुईं। सुबह करीब पांच बजे वह किसी काम से उठकर घर के भीतर जाने लगे, अचानक सिर में चक्कर आने से वह गिर पड़े। वहां मौजूद लोग तत्काल उनके पास पहुंचे। आनन-फानन उन्हें दुद्धी सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। बताया जा रहा है कि फूफा की मौत हार्ट अटैक से हुई है। शादी के मंगल गीतों की जगह परिजनों के चीखने-चिल्लाने की आवाज से माहौल गमगीन हो गया। किसी तरह दुल्हन की विदाई हुई। परिजन शव लेकर बलरामपुर चले गए।
घोरावल कोतवाली क्षेत्र के बभनी गांव में शुक्रवार को चौथी की रस्म के दौरान मगरमच्छ के हमले में एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। घोरावल सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। बभनी गांव निवासी रामबली के पुत्र का विवाह बुधवार को हुआ था। शुक्रवार को मांगलिक रस्म चौथी के लिए दोपहर में परिवार के लोग गांव के कठहवा नदी के किनारे गए। स्नान के बाद महिलाएं बाहर निकल रही थी। उसी दौरान नदी में मौजूद एक मगरमच्छ ने दुल्हे की बुआ शिवकुमारी (45) निवासी कुशहरा थाना हलिया पर हमला कर दिया।
मगरमच्छ ने उनके दाहिने हाथ को चपेट में ले लिया। अचानक हुए हमले से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। शोर सुनकर पास में ही काम कर रहे मजदूर उसे ओर दौड़े। ग्रामीणों ने काफी प्रयास कर मगरमच्छ के चंगुल से महिला को छुड़ाया। आनन-फानन उसे एंबुलेंस से उपचार के लिए सीएचसी घोरावल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
घटना की जानकारी वन कार्यालय को भी दी गई। वन क्षेत्राधिकारी सुरजू प्रसाद अस्पताल पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि तीन सप्ताह पहले भी गांव के युवक रामा आसरे के पैर को नहाने के दौरान मगरमच्छ ने जकड़ लिया था। किसी तरह से उसकी जान बच गई थी।