शिक्षा सेवा अधिकरण अधिनियम से होगा शिक्षकों के संवैधानिक अधिकारों का हनन- संजीव शर्मा
बदायूँ।आज जिले के विभिन्न शैक्षिक संगठनों के पदाधिकारी उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के निर्देश पर शिक्षक महासंघ के जिला अध्यक्ष संजीव शर्मा के नेतृत्व में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में एकत्रित हुए।₹ जहाँ शिक्षक प्रतिनिधियों ने शासन द्वारा गत दिनों बनाए गए उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा अधिकरण अधिनियम के विरोध में अधिनियम की प्रतियां जलाई एवं इसके खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
जिला अध्यक्ष संजीव शर्मा ने बताया कि शासन द्वारा उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा अधिकरण अधिनियम 2021 बनाना शिक्षकों के हितों के विपरीत है। इससे शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी अपने सेवा विवादों अन्याय एवं उत्पीड़न के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील करने से प्रतिबंधित कर दिए जाएंगे। इस अधिकरण में शासन द्वारा नामित सेवानिवृत्त अधिकारियों अवश्य ही शासन के दबाव में कार्य करेंगे जिससे शिक्षक हित में कोई फैसला आने की आशा नहीं है।
जिला सह संयोजक उदयवीर सिंह यादव एवं शैलेंद्र सिंह ने बताया कि यह अधिनियम शिक्षकों के संवैधानिक अधिकारों का हनन करने का एक कुत्सित प्रयास है।
जिला संयोजक देशराज सिंह यादव ने बताया कि यदि यह अधिनियम शिक्षा हित में होता तो उच्च न्यायालय द्वारा इस पर रोक नहीं लगाई जाती।
उझानी ब्लॉक अध्यक्ष अरविंद दीक्षित ने बताया कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वर्तमान में शिक्षकों से संबंधित दो लाख से अधिक केस लंबित है। इसके लिए शासन को एक अतिरिक्त खंडपीठ की स्थापना करनी चाहिए।
अंबियापुर ब्लॉक अध्यक्ष सुशील चौधरी ने कहा कि शासन की राष्ट्र निर्माताओं के प्रति इस प्रकार की मानसिकता अवश्य ही आने वाले समय में घातक साबित होगी। यदि ऐसा ही रहा तो शिक्षक इसका जवाब अवश्य देंगे।
इसके पश्चात मालवी अध्यापक आवास गृह में समस्त पदाधिकारियों की एक बैठक हुई जिसमें शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं के निराकरण के लिए रणनीति बनाई गई।
इस दौरान शिक्षक महासंघ के जिलाध्यक्ष संजीव शर्मा, जिला संयोजक देशराज सिंह यादव, उदयवीर सिंह यादव शैलेंद्र सिंह अरविंद दीक्षित सुरेंद्र सिंह पटेल, मधुकर उपाध्याय, यतींद्र शर्मा, दामोदर सिंह यादव, देवेंद्र गुप्ता, सलमान खान, के0पी0 सिंह, अशोक गुप्ता, सौरभ शर्मा, आफाक अहमद, निर्भान सिंह यादव, पंकज शर्मा, राधाबल्लभ उपाध्याय, बृजेश यादव, अशोक यादव, अर्चना शंखधार, कामिनी राठौर, अमिता सिंह, हरीश यादव, अनुराग यादव, राजेश कुमार, अराफात खान, पवन यादव, माधव सिंह, दानिश तरग़ीब, गुरु चरण, संजय सिंह यादव, रामकिशोर पाल, नरेंद्र सिंह, सुरेश पाल सिंह, जमाल अख्तर, वीरेंद्र पाल, राधेश्याम यादव, आयुष भारद्वाज समेत तमाम शिक्षक प्रतिनिधि मौजूद रहे।