निर्भय सक्सेना की पुस्तक “कलम बरेली की 3” का हुआ विमोचन

बरेली। हिंदी पत्रकारिता दिवस पर भारतीय पत्रकारिता संस्थान के कार्यक्रम में निर्भय सक्सेना की “कलम बरेली की = 3” का विमोचन किया गया। रोटरी भवन में हुए कार्यक्रम में पूर्व एम एल सी एवम जाने माने शायर वसीम बरेलवी, प्रो एन एल शर्मा, नगर निगम मेयर उमेश गौतम, उपजा प्रेस क्लब अध्यक्ष डॉ पवन सक्सेना, मानव सेवा क्लब अध्यक्ष सुरेंद्र बीनू सिन्हा, दिल्ली में लोकसभा टी वी के मनोज वर्मा, लखनऊ में जनता टी वी के अनिल अंकुर आदि की उपस्थिति में विमोचन हुआ। इससे पूर्व अखिल भारतीय साहित्य परिषद के बरेली में हुए अटल साहित्य समान कार्यक्रम के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व विधान सभा अध्यक्ष एवम स्तंभकार ह्रदय नारायण दीक्षित ने निर्भय सक्सेना की पुस्तक “कलम बरेली की 3” भी भेट की गई थी। बरेली निवासी निर्भय सक्सेना की इस तीसरी पुस्तक में बरेली को लेकर काफी जानकारी दी गई है। दैनिक जागरण के कई संस्करणों के संपादकीय विभाग में लगभग 22 वर्ष कार्यरत रहे निर्भय सक्सेना उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन, लखनऊ के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं। इसके अलावा मानव सेवा क्लब से जुड़ कर समाजसेवा में भी सक्रिय रहते हैं।

उनकी वार्षिक “कलम बरेली की” पत्रिका का यह तीसरा संस्करण है । कार्यक्रम में साहित्य भूषण से सम्मानित सुरेश बाबू मिश्रा, बरेली कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल एन एल शर्मा, शील ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल के चेयर पर्सन डॉ एन के गुप्ता, श्रीमती शशि वाला राठी, मानव सेवा क्लब के अध्यक्ष सुरेंद्र बीनू सिन्हा, के एम वार्ष्णेय, मुकेश सक्सेना, आदि उपस्थित रहे थे। निर्भय सक्सेना की पूर्व में दो पुस्तक निकल चुकी हैं। कई पुस्तको का संपादन भी किया है। * निर्भय सक्सेना को जाने माने संपादकों के साथ कार्य का मिला अवसर भी मिला है अपने लगभग 48 वर्ष के पत्रकारिता जीवन की यात्रा में निर्भय सक्सेना को कुलदीप नैयर, खुशवंत सिंह, प्रभाष जोशी, राहुल देव, राजेंद्र माथुर, के नरेंद्र, अच्यूता नंद मिश्रा, विरेंद सिंह, अशोक जी, उदयन शर्मा, आदि संपादकों से भेंट का अवसर मिला। जिनसे उस समय की गहन समस्या पर चर्चा भी हुई थी। निर्भय सक्सेना की दैनिक विश्व मानव, बरेली से वास्तव में 11फरवरी 1974 को पत्रकारिता की यात्रा विधिवत प्रारंभ हुई थी। अलवत्ता इससे पूर्व दैनिक अमर उजाला में संपादकीय विभाग में कुछ माह ही प्रूफरीडर के रूप में भी कार्य का अवसर मिला जहां उदित साहू, जे बी सुमन का भी सानिध्य मिला। दैनिक विश्व मानव में जितेन्द्र भारद्वाज, स्वर्गीय ज्ञान सागर वर्मा से डेस्क पर काफी कुछ सीखने को मिला। रिपोर्टिंग में स्वतंत्र सक्सेना, राकेश कोहरवाल, मुंशी प्रेम नारायण एवम जे बी सुमन का भी काफी सहयोग मिला। जिससे रिपोर्टिंग में कुछ पैनापन ला पाया। दैनिक विश्वामित्र के लिए भी बरेली प्रमुख के रूप में कार्य किया। वर्ष 1979 में कानपुर दैनिक आज के लिए ब्यूरो प्रमुख की जिम्मेदारी विनोद शुक्ला ने दी। उस समय दैनिक आज कानपुर से छप कर बरेली आता था । उसके समाचार की प्रशासनिक अधिकारियों में धमक रहती थी। दैनिक आज, कानपुर में कार्य के दौरान स्थानीय संपादक विनोद शुक्ला, के साथ ही मंगल जायसवाल, विजय सिंह विद्याव्रत से भी कम शब्दों में अपनी रिपोर्ट फ़ाइल करने का गुर सीखा। श्याम बेताल, दिलीप शुक्ला, शैलेन्द्र दीक्षित अवस्थी भाई का भी कानपुर आगरा में साथ मिला। अजय कुमार जी के कहने पर सत्य कथा भी लिखी जिनका मनोहर कहानियां में प्रकाशन भी हुआ। स्वतंत्र भारत के संपादक वीरेंद्र सिंह, राजनाथ सिंह सूर्य, हेराल्ड के एस पी निगम से भी काफी कुछ पत्रकारिता के बारे में सीखा। दैनिक जागरण, आगरा में प्रकाशन शुरू होने पर पुनः शैलेन्द्र दीक्षित, श्याम बेताल, विजय सिंह विद्याव्रत की टीम में संपादकीय की विभिन्न डेस्क पर प्रभारी के रूप में उन्हें कार्य का अवसर मिला। ग्वालियर से मुम्बई तक रिपोर्टिंग का अवसर आनंद नायक एवम श्याम बेताल ने दिया। इसके बाद में बरेली दैनिक जागरण शुरू होने पर बरेली आ गया । दैनिक जागरण में समाचार संपादक बच्चन सिंह ने आर्थिक समाचार के 2 पेज देने की जिम्मेदारी मुझे दी। आर्थिक रिपोर्ट्स प्रतिदिन प्रकाशित भी हुईं। बाद में चंद्र कांत त्रिपाठी, राम धनी द्विवेदी जी के साथ भी काफी समय विभिन्न डेस्क पर प्रभारी के रूप में कार्य किया। निर्भय सक्सेना, पत्रकार 113, बजरिया पूरन मल, पटवा गली कॉर्नर, बरेली = 243003 मोबाइल 9411005249 w / 2588049/ 807710362 nirbhaysaxenably@gmail.com