बदायूँ। जिलाधिकारी मनोज कुमार ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गौ संरक्षण माननीय मुख्यमंत्री जी की सर्वोच्च प्राथमिकता में व व्यक्तिगत रुचि वाला कार्यक्रम ह,ै इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सड़कों पर निराश्रित गौवंश नजर नहीं आना चाहिए। उन्होंने 30 मई 2023 से निराश्रित गोवंश को संरक्षण देने के लिए जनपद में अभियान चलाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी बाजपेयी सभागार में पशुपालन विभाग की जिला स्तरीय अनुश्रवण मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि परस्पर विभागीय समन्वय के साथ अधिकारी कार्य करें तथा 30 मई से संचालित अभियान को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि इसके लिए कैटल कैचर, पशु चिकित्सक व विभिन्न विभागों के समन्वय से अभियान को सफल बनाया जाए। जिलाधिकारी ने गौशालाओं में संरक्षित पशुओं की कम टैगिंग पर अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने सबसे कम टैगिंग करने वाले पांच अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश भी दिए। उन्होने कहा कि गौवंशों को अच्छे चारे की व्यवस्था हो व अच्छा जल उपलब्ध हो तथा उनका नियमित स्वास्थ्य परीक्षण हो यह सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि गौवंशों के संरक्षण में शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने वालों के विरुद्ध दर्ज कराई जाए। उन्होंने सहभागिता योजना अंतर्गत लाभार्थियों की सूची उप जिलाधिकारियों को उपलब्ध कराने के लिए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने उपजिलाधिकारियों से कहा कि वह सूची का सत्यापन समय-समय पर कराएं। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि गौआश्रय स्थलों का संचालन शासन की मंशा के अनुरूप संचालित किया जाए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राकेश कुमार पटेल, अपर जिलाधिकारी प्रशासन वीके सिंह, नगर मजिस्ट्रेट बृजेश कुमार सिंह, समस्त उपजिलाधिकारी व जिला वन अधिकारी अशोक कुमार सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी निरंकार सिंह सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।