आगरा। ताजमहल का दीदार करने के लिए रविवार को काफी भीड़ पहुंच गई। ऐसे में केवल 3 टिकट विंडो खुलने से टिकट लेने के लिए लंबी कतार लग गई। परिसर में आपाधापी की स्थिति रही। इसका फायदा लपकों और दलालों ने उठाया। पर्यटकाें को 50 रुपये वाला टिकट 100 रुपये में बेचा। हरियाणा के भिवाड़ी से आए पर्यटक ने आरोप लगाया कि टिकट ब्लैक करने के लिए बच्चों का सहारा लिया जा रहा है। ताजमहल में रविवार को करीब 29621 पर्यटक पहुंचे। पश्चिमी गेट स्थित टिकट खिड़की पर रविवार को व्यवस्थाएं ध्वस्त दिखीं। ऑनलाइन टिकट उपलब्ध था, परंतु जो पर्यटक इसके बारे में नहीं जानते थे, उन्हें कतार में लगना पड़ा। एक घंटे से ज्यादा समय तक धक्कामुक्की के बाद टिकट नसीब हो सका। मौजूद लोगों ने आरोप लगाया कि कहने के लिए 10 टिकट खिड़कियां हैं लेकिन सिर्फ तीन विंडो खोली गईं। दो भारतीय पर्यटक और एक विदेशी पर्यटकों के लिए थी। वहीं जो लोग कतार में खड़े होने की हिम्मत नहीं जुटा सके, उनके बीच लपके और दलाल ज्यादा सक्रिय दिखे। भीड़ के बावजूद चंद मिनट में टिकट दिलाने का झांसा देकर पर्यटकों से मनमानी वसूली की। दूसरी तरफ कुछ लोगों ने बच्चों का सहारा लेकर 50-50 रुपये वाला भारतीय पर्यटकों का टिकट 100-100 रुपये में बेचा। टिकट खिड़की से 100 मीटर दूर नीम तिराहा पर पर्यटन पुलिस की हेल्प डेस्क है। टिकट खिड़की के पास ही ताज रेस्टोरेंट के सामने पुलिस तैनात रहती है, इसके बावजूद लपकों और दलालों का कॉकस नहीं टूट रहा। पर्यटन थाना प्रभारी रीना सिंह ने शिकायत पर टिकट ब्लैक मामले में जांच कराने की बात कही। पुलिस टीम के साथ उन्होंने लपकों के रूप में घूम रहे बच्चों को वहां से हटाने की कवायद भी की।