आगरा। भ्रूण परीक्षण करने वाले रैकेट का खुलासा हुआ है। सूचना पर कमिश्नर की स्वाट टीम के साथ नायब तहसीलदार व पुलिस की सर्विलांस टीम ने छापेमारी की। आरोपी एक घर के अंदर यह रैकेट संचालित कर रहे थे। इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में महिलाएं मिलीं। मामला किरावली थाना क्षेत्र के अभुआपुरा गांव की है। यहां एक घर में लिंग परीक्षण किया जाता था। सूचना पर रविवार की सुबह कमिश्नर की स्वाट टीम प्रभारी अजय कुमार के साथ, स्वास्थ्य विभाग की टीम व पुलिस की सर्विलांस टीम ने छापेमारी की। इस दौरान मौके पर जांच कराती आधा दर्जन महिलाएं मिलीं। हैरान करने वाली बात यह मिली कि जांच के लिए उपयोग की जानी मशीन को एक महिला ही ऑपरेट कर रही थी। पकड़ी गई महिला पहले भी लिंग परीक्षण में जेल जा चुकी है। साथ ही सहायता कर रहा एक युवक भी पकड़ा गया है। सूचना पर नायब तहसीलदार अमित मुद्गल भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने टीम से बात करके पूरी जानकारी ली। टीम ने मौके से पोर्टेबल मशीन भी बरामद की है। पुलिस के मुताबिक गांव निवासी कमलेश के घर छापेमारी की गई। यहां भूण का परीक्षण होते मिला। पूरे रैकेट का मास्टर माइंड खेड़ाजाट निवासी विक्रम है। करीब छह महीने पहले यह घर किराए पर लिया गया था। यहां अल्ट्रासाउंड मशीन ऑपरेट करने के लिए एत्माद्दौला थाना क्षेत्र निवासी उमेश सिंह की पत्नी सरिता को रखा गया था। इसके साथ ही सिकंदरा निवासी संजय भारद्वाज भी रैकेट में शामिल है। वहीं सुनारी गांव का रहने वाला नरेंद्र लिंग परीक्षण के लिए कस्टमर लेकर आता था।