बदायूं। नगर संसाधन केन्द्र (यू0आर0सी0) पर नगर क्षेत्रः बदायॅू, बिल्सी, उझानी, ककराला एवं सहसवान के परिषदीय प्राथमिक उच्च प्राथमिक विद्यालयों एवं जनपद के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की नगर स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष, स्थानीय प्रधिकारी सदस्य, प्र0अ0, नोडल शिक्षक, स्थानीय जनप्रतिनिधि द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रशिक्षण का शुभारम्भ खण्ड शिक्षा अधिकारी न0क्षे0 बदायॅू डा0 अमुल कुमार द्वारा किया गया। उन्होनें प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम की धारा 21(2) में विद्यालय प्रबन्ध समिति को विद्यालय के विकास, सुव्यवस्थित रूप से संचालन हेतु असीमित अधिकार प्रदान किए गये हैं जिसमें विद्यालय के कामकाज की देखभाल करना, बच्चों को नियमित रूप से स्कूल आना और ठहराव, विद्यालय विकास योजना तैयार करना, शासन से, शिक्षा विभाग से या अन्य स्रोतों से प्राप्त अनुदान एवं उसके उपयोग की देखरेख करना है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी नें कहा कि सभी शिक्षक नियमित और समय पर विद्यालय में उपस्थित हो व विद्यालय प्रबन्ध समिति की प्रत्येक माह में निर्धारित तिथि पर बैठक आयोजित की जाये तथा विद्यालय विकास, शैक्षिक गुणवत्ता, मध्यान्ह भोजन योजना, स्वच्छता, समुदाय के सहयोग से विद्यालय के विकास पर अनिवार्य रूप से चर्चा की जाय तथा एस0एम0सी नामांकन और ठहराव को लेकर जागरूकता अभियान चलायें। जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता पी0सी0 श्रीवास्तव नें बताया कि विद्यालय हेतु तय किये गये मानको के रखरखाव हेतु व बाल अधिकारों पर भी बैठक में चर्चा अवश्य की जाये तथा मीटिंग में स्थानीय प्राधिकारी को भी अवश्य आंमत्रित किया जाये। कार्यक्रम में प्रथम संस्था के समन्वयक सुमित शुक्ला ने आउट ऑफ स्कूल बच्चों का चिन्हीकरण व उनके मुख्य धारा में प्रवेश के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि एस0एम0सी0 के सदस्य वार्ड के उन बच्चों का चिन्हीकरण करें जिनका कभी विद्यालय में नामांकन ही नहीं हुआ और जिन्होनें किसी कारणवश विद्यालय छोड़ दिया है उनका शत प्रतिशत नामांकन कराया जाये व एफ0एल0एन0 के द्वारा शैक्षिक रूप से कमजोर बच्चों को उपचारात्मक शिक्षण प्रदान किया जाये। ए0आर0पी सौरभ सक्सेना ने विद्यालयों में नवाचार के बारे में शिक्षकों को विस्तार से बताया। ए0आर0पी0 अब्दुल अजीम ने गतिविधि के माध्यम से शिक्षण कार्य आधारित पाठ का प्रस्तुतिकरण भी किया। प्रशिक्षण का संचालन सैयद सरवर अली द्वारा किया किया।