नोडल अधिकारी ने गौशालाओं का निरीक्षण कर परखी व्यवस्थाएं
बदायूं। उत्तर प्रदेश शासन में विशेष सचिव चिकित्सा शिक्षा/ नोडल अधिकारी अशोक कुमार जनपद में 16 से 18 जनवरी तक तीन दिवसीय दौरे पर है। दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को नोडल अधिकारी ने विभिन्न विकासखण्डों की गौशालाओं में पहुंचकर गौवंशो के लिए की गई व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया।
मंगलवार को नोडल अधिकारी ने विकासखण्ड सालारपुर अन्तर्गत रफियाबाद, रसूलपुर, विकासखण्ड जगत अन्तर्गत मझिया सोबरनपुर, ब्रहमदत्त गौशाला आदि गौशालाआें में पहुंचकर गौवंशों के लिए की गई व्यवस्थाओं का परखा व गौवंशों का गौपूजन कर गुड़ खिलाया। रफियाबाद में 300, रसूलपुर में 51, ब्रहमदत्त गौशाला में 98 गौवंश स्वस्थ्य पाए गए। रफियाबाद में नोडल अधिकारी ने पाया कि 10 गौवंशों का इयरटैग नहीं है, उन्होंने ने गौवंशों को इयरटैग लगाने के लिए निर्देशित किया। गौशालाओं में उन्होंने विभिन्न पंजिकाओं का भी अवलोकन किया। बृहद गौसंरक्षण केन्द्र रफियाबाद में ही स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा गोबर से बनाए जा रहे प्राकृतिक पेंट के कार्य को देखा। इस कार्य के लिए उन्होंने प्रशंसा की। रसूलपुर में उन्होंने पाया कि गौशाला में चारागाह की भूमि अटैच है। यहां 50 गौवंशों के लिए पर्याप्त व्यवस्था है, नोडल अधिकारी ने निर्देश दिए कि यहां 50 से बढ़ाकर 100 गौवंशों की व्यवस्था की जाए। मझिया सोबरन में उन्होंने निर्देश दिए कि गौशाला में चारागाह की भूमि अटैच की जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि कहीं भी आवारा गौवंश घूमते न मिले, निराश्रित गौवंशों को गौवंश आश्रय स्थल में रखा जाए।
नोडल अधिकारी ने निर्देश दिए कि चारागाहों में गौशालाओं के लिए हरा चारा बुवाया जाए। वर्मी कम्पोस्ड खाद बनाई जाए। गौशालाओं में समस्त प्रकार की व्यवस्थाएं रहें, साथ ही ठण्ड के पर्याप्त बचाव के लिए व्यवस्थाएं पूर्ण रहें। सभी गौशालाओं में मनरेगा से चाहरदीवारी बनवाना सुनिश्चित करें। कोई भी गोवंश निराश्रित न रहे और कोई बाहर घूमता मिले तो उसे संबंधित नजदीक के गौशाला पर भिजवाना सुनिश्चित करें। पशुओं की नियमित रूप से जांच की जाए और किसी भी ग्राम पंचायत/वार्ड में छुट्टा जानवर की शिकायत न आए। इसका विशेष ध्यान रखा जाए। गो-आश्रय स्थलों पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जाए। पशुओं के चारा पानी की समुचित व्यवस्था रहे। पशुओं को ठंड से बचाव के लिए तिरपाल की व्यवस्था सभी जगहों पर की जाए।
इससे पूर्व उन्होंने गौवंश से सम्बंधित समस्याओं के लिए कलेक्ट्रेट में जिला स्तरीय प्रोजेक्ट मॉनिट्रिंग यूनिट कन्ट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया। यहां उन्होंने पाया कि कंट्रोल रूम के नम्बर 7505389289 पर प्राप्त शिकायतों व समस्याओं को नोट कर निस्तारण हेतु सम्बंधित अधिकारियों को भेजा जा रहा है। उन्होंने कन्ट्रोल रूम में लगे कर्मचारियों से जाना कि किस प्रकार शिकायतों का निस्तारण किया जा रहा है। कर्मचारियों द्वारा इसके सम्बंध में उन्हें जानकारी प्रदान की गई। निरीक्षण में उन्होंने पाया कि अलग अलग लोगों द्वारा विभिन्न नम्बरों से एक ही प्रकार की शिकायते बार-बार दर्ज कराई गई है। उन्होंने निर्देश दिए प्राप्त समस्त शिकायतों को तत्काल प्रभाव से निस्तारित कराया जाए।
इस अवसर पर पीडी डीआरडीए अनिल कुमार, जिला विकास अधिकारी राम सागर यादव, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 निरंकार सिंह, सहित सम्बंधित खण्ड विकास अधिकारी एवं पशुचिकित्साअधिकारी तथा सीवीओ कार्यालय के आदिल नकवी भी मौजूद रहे।