मुख्यमंत्री के अभ्युदय योजना के उद्घाटन का प्रसारण राजकीय महाविद्यालय में हुआ

बदायूं। स्थानीय राजकीय महाविद्यालय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा अभ्युदय योजना के उद्घाटन का लाइव प्रसारण किया गया। महाविद्यालय के सभी छात्र छात्रा सभागार में उपस्थित होकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा के कार्यक्रम से मुखातिब हुए।आज के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छात्र छात्राओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संवाद भी किया।मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल के बाद आत्मनिर्भर भारत के मिशन पर प्रदेश सरकार कार्य कर रही है। छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए यह योजना लाई गई है जिससे कि सभी वर्ग के छात्र-छात्रा लाभान्वित होंगे और उन्हें प्रदेश छोड़कर कहीं बाहर नहीं जाना पड़ेगा। धन के अभाव के कारण किसी की शिक्षा प्रभावित नही होगी तथा कोई शिक्षा से वंचित नहीं होगा।उन्होंने कहा कि प्रत्येक निर्धन छात्र भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी ढंग से कर सकता है

लाइव प्रसारण के बाद योजना पर प्रकाश डालते हुए प्राचार्य डॉ परवेज़ शमीम ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी के सदविचारों से उत्पन्न यह योजना समस्त छात्र छात्राओं को सभी प्रकार के प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ अन्य पाठ्यक्रमों की पूर्णरूपेण तैयारी कराने के उद्देश्य से निशुल्क शिक्षण की ऑनलाइन व्यवस्था है, जिसमें मंडल स्तर पर ऑफलाइन कक्षाएं लगेंगी जिसका लाइव प्रसारण लिंक के माध्यम से ऑनलाइन किया जाएगा।
इस योजना के लाइव प्रसारण को देखने के बाद छात्र छात्राओं में हर्ष व्याप्त हो गया। एम ए द्वितीय वर्ष के छात्र अभिषेक यादव ने कहा कि धन के अभाव के कारण हम बाहर किसी बड़े महानगर जाकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने में सक्षम नहीं हैं, लेकिन अब हमारा सपना साकार हो जाएगा। एम काम अंतिम वर्ष के छात्र अरुण सिसोदिया ने कहा कि महंगे कोचिंग सेंटर विद्यर्थियों को लूटने का कार्य करते हैं। सरकार का यह मानवीय पहल स्वागत योग्य है। बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा कुमारी सादिया सिद्दीकी, आरती, दीक्षा यादव, दीक्षा श्रीवास्तव आदि ने भी अपनी खुशी जाहिर करते हुए एक दूसरे को बधाई दिया।
इस अवसर पर डॉ श्रद्धा गुप्ता, डॉ संजीव राठौर, डॉ राकेश कुमार जायसवाल, डॉ बबीता यादव, डॉ पीके शर्मा,डॉ अंशु सत्यार्थी, डॉ बरखा सहित सभी संकायों के छात्र-छात्रा उपस्थित थे।